बर्ड फ्लू की आहट से परिदे लाचार, सुविधाओं के अभाव में विभाग बेजार
बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद जहां हरियाणा हाई अलर्ट पर है पशु-पक्षी इसकी दस्तक से बेजार हैं लेकिन जिले में संबंधित विभागों सुविधाओं के अभाव में खुद ही बेजार हैं।
संजय मग्गू, पलवल
बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद जहां हरियाणा हाई अलर्ट पर है, पशु-पक्षी इसकी दस्तक से बेजार हैं, लेकिन जिले में संबंधित विभागों सुविधाओं के अभाव में खुद ही बेजार हैं। यह तो गनीमत है कि जिले में पक्षियों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है। पशु पालन विभाग के रिकार्ड के अनुसार जिले में 46 हजार पक्षी हैं तथा केवल छह पोल्ट्री फार्म हैं। लेकिन अगर कोई समस्या हुई तो विभागों की हालत तो ऐसी है कि पशु पक्षियों की निगरानी भगवान भरोसे है। जहां वन विभाग स्टाफ की कमी झेल रहा है तो 50 फीसद से कम स्टाफ के साथ काम चला रहे पशुपालन विभाग के पास भी कोई तैयारी नहीं है। ऐसे में लापरवाही भारी भी पड़ सकती है।
केंद्र सरकार द्वारा वन्य जीवों की निगरानी के आदेश के बाद हालांकि टीम का गठन किया गया है जो कि इस बात की निगरानी कर रही है कि जिले में किसी पक्षी की मौत के पीछे बर्ड फ्लू का कनेक्शन न हो। राहत की बात यह है कि जिले में केवल स्थानीय पक्षी ही हैं। पशुपालन विभाग के अधिकारी खुद ही मानते हैं कि स्टाफ की जीव-जंतुओं के स्वास्थ्य को लेकर आड़े आती रहती है। बाक्स : शाकाहार को दे रहे प्राथमिकता अंडे में चिकन से बना रहे दूरी :
भले ही शहर में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन बाजारों में चिकन व अंडे के व्यवसाय में गिरावट आने लगी है। पिछले एक सप्ताह में अंडे व चिकन की बिक्री में 50 फीसद तक कमी आई है। रसूलपुर रोड स्थित मीट मार्केट के चिकन व्यापारियों का कहना है कि लोगों ने चिकन के साथ अंडे, मीट खाना भी कम कर दिया है। नजदीकी जिलों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर इसके व्यापार पर भारी संकट आने की आशंका है। कुरैशी मटन चिकन शाप के संचालक ने बताया कि व्यापार 50 फीसदी तक गिर चुका है। एक अन्य दुकानदार राजेश ने बताया कि लोगों में बर्ड फ्लू का भय है तथा दुकान पर 40 फीसद तक ही बिक्री रह गई है। 200 रुपये किलो बिकने वाले चिकन को 150 रुपये किलो में बेचना पड़ रहा है। पोल्ट्री फार्म वन विभाग के तहत नहीं आते। वन विभाग की टीम बनाई गई है जो कि इस बात पर नजर रखे हैं कि पक्षियों में फ्लू जैसी कोई बात तो नहीं है। विशेष परिस्थिति में फरीदाबाद की विभागीय टीम से संपर्क किया जाता है।
- दीपक पाटिल, जिला वन अधिकारी जिले में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई खतरा नहीं है। जिले में छह पोल्ट्री फार्मों में सैंपल लिए जा चुके हैं तथा किसी पक्षी में रोग की कोई आहट नहीं है। हालांकि स्टाफ की कमी तो है, लेकिन व्यवस्था को ठीक रखा गया है।
- डा. नरेंद्र, उपनिदेशक पशुपालन विभाग