जिला नगरिक अस्पताल में एमपीएचडब्ल्यू की भूख हड़ताल से लोग परेशान
जिला नागरिक अस्पताल में एमपीएचडब्ल्यू (मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर) कर्मचारियों की तीन दिन की भूख हड़ताल से हस्पताल के पूरे काम काज में बधा बनी हुई है..
जागरण संवाददाता, नगीना : जिला नागरिक अस्पताल में एमपीएचडब्ल्यू (मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर) कर्मचारियों की तीन दिन की भूख हड़ताल से अस्पताल के पूरे काम काज में बधा बनी हुई है। इससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों की हड़ताल पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है। ये कर्मचारी तीन दिन की इस भूख हड़ताल को अब अनिश्चित भूख हड़ताल का रूप देने की जुगत लगा रहे हैं।
जिला प्रधान सुधेश कुमारी ने बताया कि इस संबंध में निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, उपायुक्त नूंह, सहित सिविल सर्जन को पत्र भेजा जा चुका है। लेकिन संतुष्टि की कोई बात सामने नहीं आई है। उन्होंने इस भूख हड़ताल को अनिश्चित भूख हड़ताल का रूप देने की बात कही। उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का फूल माला पहनाकर सम्मान किया। ये कार्य हो रहे प्रभावित :
एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों की हड़ताल से मलेरिया, टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीकरण सहित कई कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। कर्मचारियों की मांगे :
कर्मचारियों की मांग हा कि एमपीएचडब्ल्यू के सभी पदों को तकनीकी घोषित किया जाए। वेतन विसंगति दूर करते हुए हिमाचल उड़ीसा, पंजाब की भांति 7वें वेतन के लेवल 6 में रखा जाए। पुरुषों को महिलाओं के समान वर्दी भत्ता दिया जाए। आरसीएच परियोजना के तहत एटीए व वर्दी भत्ता दिया जाए। नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एमपीएचएस व एमपीएचडब्ल्यू महिला व पुरुषों के पदों को सृजित किया जाए। एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों ने 16 अगस्त को मांग पत्र दिया था। इनका मांगपत्र सरकार व विभाग को भेजा हुआ है। लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। जवाब जल्द ही आने की उम्मीद है।
डॉ. संतलाल वर्मा, सिविल सर्जन नूंह।