जर्जर मार्ग ने बढ़ाई ग्रामीणों की परेशानी
गांव बिछोर के हिस्से नवलगढ के फिरनी के रास्ते से इन दिनों लोगों का निकलना दुश्वार हो रहा है। रास्ता पूरी तरह से कच्चा है जिसमें गंदा पानी व कीचड़ जमा है। ग्रामीणों का कहना है कि कब्रिस्तान व स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है, लेकिन पंचायत द्वारा इस रास्ते को आज तक पक्का नहीं बनवाया गया। जिसके चलते लोग मजबूरी में इसी रास्ते से निकलने को मजबूर हैं।
फोटो-12एमडब्ल्यूटी,8जेपीजी। जागरण संवाददाता, पिनगवां:
गांव बिछोर के हिस्से नवलगढ के फिरनी के रास्ते से इन दिनों लोगों का निकलना दुश्वार हो रहा है। रास्ता पूरी तरह से कच्चा है जिसमें गंदा पानी व कीचड़ जमा है। ग्रामीणों का कहना है कि कब्रिस्तान व स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है, लेकिन पंचायत द्वारा इस रास्ते को आज तक पक्का नहीं बनवाया गया। इसके चलते लोग मजबूरी में इसी रास्ते से निकलने को मजबूर हैं।
ग्रामीण फज्जर, मुफीद, हमीद ,जानू, इरशाद, वकील, तैय्यब व इल्ला आदि ने बताया कि उनके गांव में फिरनी का रास्ता पूरी तरह से कच्चा है, जिसमें हर समय कीचड़ व गंदा पानी जमा रहता है। गांव का मुख्य रास्ता होने के कारण ज्यादातर लोग इसी रास्ते से निकलते हैं। लोगों का कहना है कि एक तरफ तो भाजपा सरकार प्रदेश में सबका साथ, सबका विकास का नारा लगा रही है दूसरी और गावों में खस्ताहाल रास्तों की हालत भी नहीं सुधर पा रही है। नूंह जिले के अधिकतर गावों में रास्तों की यही हालत है। इससे साबित होता है कि गावों के सरपंचों द्वारा भी गावों में विकास के नाम पर दिखावा किया जा रहा है। वहीं इस रास्ते के बारे में गांव की सरपंच अंजुम जैलदार का कहना है कि रास्ते में गांव के ही कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है, जिसके कारण रास्ता पक्का नहीं बन पा रहा है।