तीन साल बाद भी नहीं जली बड़कली चौक की लाल बत्ती
बड़कली चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम को दूर करने के लिए तीन साल पहले ट्रैफिक सिग्नल लाइट के लिए पोल लगाए गए थे। जिस पर कई हजार की रकम भी खर्च हुई थी। लाइट एक दिन भी नहीं जली अब पोल भी जमीन पर गिर चुके हैं। वहीं जाम की समस्या बढ़ चुकी है।
संवाद सहयोगी, नगीना :
बड़कली चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम को दूर करने के लिए तीन साल पहले ट्रैफिक सिग्नल लाइट के लिए पोल लगाए गए थे। जिस पर कई हजार की रकम भी खर्च हुई थी। लाइट एक दिन भी नहीं जली अब पोल भी जमीन पर गिर चुके हैं। वहीं जाम की समस्या बढ़ चुकी है। समस्या को लेकर प्रशासन की सुस्ती पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
बता दें कि बड़कली एक ऐसा चौक है कि यहां से जाने वाली गाड़ी तीन राज्यों को जाती है, बड़कली से होडल उत्तर प्रदेश, बड़कली से राजस्थान तथा दिल्ली वाहन जाते हैं। जिससे इस चौक पर ट्रैफिक दबाव अधिक रहता है। आए दिन सुबह-शाम जाम लगता है। समस्या को दूर करने के लिए ही तत्कालीन उपायुक्त के प्रयास से यहां पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट लगाई गई थी। लाइट सिग्नल यदि संचालित होता तो यहां पर शायद जाम की समस्या दूर हो जाती। मगर अधिकारियों ने गौर नहीं किया। पहले लाइट टूटी फिर किसी ने तार खोल लिए अब पंद्रह दिन से पोल भी जमीन पर पड़े हैं।
रजत जैन, कमल शर्मा, हामिद, आजाद, मम्मन, सुलेमान आदि ने कहा कि इस चौक पर हमेशा जाम की स्थिति बनी ही रहती है। रेड लाइट शुरू होने से समस्या दूर हो जाती मगर अधिकारी नहीं चाहते कि लोगों को राहत मिले।