छात्रवृत्ति योजना के प्रति गंभीर नहीं सरकारी व गैर सरकारी स्कूल
जिले स्कूल छात्रवृत्ति योजना को सिरे चढ़ाने में गंभीरता नहीं दिखा रहे। 95 स्कूलों ने पोर्टल पर मंजूरी के लिए पासवर्ड और लॉगइन आइडी प्राप्त नहीं की है।
शेरसिंह चांदोलिया, नगीना
अल्पसंख्यक समुदाय के साथ-साथ अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने और छात्रवृत्ति देने के लिए भले ही केंद्र एवं प्रदेश की सरकार कटिबद्ध हो लेकिन जिला के सरकारी और गैर सरकारी स्कूल इस योजना को सिरे चढ़ाने में गंभीरता नहीं दिखा रहे है। अभी जिले के 95 स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को ऑनलाइन नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (एनएसपी) पर मंजूरी के लिए पासवर्ड और लॉग इन आइडी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग कार्यालय नूंह से प्राप्त नहीं की है। जबकि आवेदनों को पोर्टल पर मंजूरी देने की आखिरी तारीख 30 नवंबर है।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए 5839 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए है। इनमें प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना, डॉक्टर बीआर आंबेडकर छात्रवृत्ति योजना व अन्य योजनाएं शामिल है। इन योजनाओं में प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक के छात्रों के लिए 8000 रुपये से 75000 रुपये तक की छात्रवृत्ति परिणाम प्रतिशत, 60 से 85 प्रतिशत व कुछ योजनाएं वार्षिक आय एक लाख से कम के आधार पर दी जाती है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 5839 छात्रवृत्ति के आवेदन ऑनलाइन हुए, जिनमें से 3755 स्वीकृत तथा 325 अस्वीकृत के अलावा 1280 लंबित पड़े हुए हैं। हालांकि 785 आवेदन छात्रवृत्ति के लिए मंजूर किए जा चुके है।
छात्रवृत्ति के लिए जिले में अभियान चलाने वाले गालिब मौजी खान फाउंडेशन के संयोजक राजुद्दीन व तालीम केयर मुहिम की अध्यक्ष अभिभावक सबीला जंग का कहना है कि जिला उपायुक्त को इस मामले में तत्काल संज्ञान लेना होगा। ताकि हजारों छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सके। दूसरी तरफ ऐसे भी दर्जनों सरकारी स्कूल है जिन्होंने छात्रों से भारी-भरकम फीस तो वसूली लेकिन छात्रवृत्ति योजना में इन विद्यार्थियों का आवेदन तक नहीं किया। राजुद्दीन ने बताया कि इस सूची में अलफलाह मॉडल स्कूल भादस से 2 आवेदन, कंट्री ग्रामर स्कूल से एक आवेदन तथा अरावली पब्लिक स्कूल फिरोजपुर झिरका से 32 आवेदन किए है। सबसे ज्यादा आवेदन मेवात पब्लिक स्कूल ने 370 छात्रवृत्ति आवेदन भरकर किए हैं। इसके अलावा मोहम्मद यासीन खान डिग्री कॉलेज नूंह से 213, राजकीय महिला महाविद्यालय पुन्हाना से 46, मेवात इंजीनियरिग कॉलेज पल्ला वक्फबोर्ड से 278, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज मालब से 94 आवेदन छात्रवृत्ति के लिए किए है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी वीरेंद्र सिंह यादव बताते हैं कि 95 सरकारी व गैर सरकारी स्कूल ऐसे हैं जो छात्रवृत्ति के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल फार्म भरे हुए आवेदनों को स्कूली रिकार्ड की जांच के बाद मंजूर करते हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल आइडी और पासवर्ड लेने के लिए हमारे पास नहीं आए हैं जबकि दर्जनों की संख्या में स्कूल अपने आइडी और पासवर्ड लेकर चले गए है। 30 नवंबर के बाद पोर्टल पर आवेदन को स्वीकृति देने की प्रक्रिया बंद हो जाएगी, जिसके कारण सैकड़ों छात्रों को छात्रवृत्ति से वंचित होना पड़ेगा। जिन सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों ने आइडी और पासवर्ड जिला समाज कल्याण कार्यालय से प्राप्त नहीं किए हैं वो शुक्रवार 29 नंवबर तक हरहाल में प्राप्त कर लें।
सूरजभान यादव, जिला शिक्षा अधिकारी