47 पर पारा, झुलसा रहे लू के थपेड़े
रिकार्डतोड़ गर्मी अब आमजनमानस के लिए बड़ी मुसीबत बनकर सामने आ रही है। लू की चपेट में आकर लोग जहां बीमार पड़ रहे वहीं पानी और बिजली संकट से भी लोग जूझ रहे हैं। रविवार को पारा चढ़कर 47 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिन के साथ ही अब तो रात का तापमान भी लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो आगामी आठ जून तक ऐसी ही भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। सुबह से ही चटक धूप ने लोगों के होश उड़ा रखे थे तेज रफ्तार में चल रहे लू के थपेड़ों से बचने के लिए राहगीर चेहरा ढककर चल रहे थे तो कई सड़कों पर सन्नाटा पसरा था। जिस रोडवेज बस स्टैंड पर हमेशा भीड़ बनी रहती थी वहां भी सन्नाटा पसरा था। 11 बजे ही अधिकतम तापमान 40 का आंकड़ा पार कर गया था। दोपहर दो बजे अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को क्रास कर गया।
जागरण संवाददाता, नूंह : रिकार्डतोड़ गर्मी अब आम जनमानस के लिए बड़ी मुसीबत बनकर सामने आ रही है। लू की चपेट में आकर लोग जहां बीमार पड़ रहे हैं, वहीं पानी और बिजली संकट से भी जूझ रहे हैं। रविवार को पारा चढ़कर 47 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिन के साथ ही अब तो रात का तापमान भी लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो आगामी आठ जून तक ऐसी ही भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है।
रविवार को सुबह से ही चटक धूप ने लोगों के होश उड़ा रखे थे। तेज रफ्तार में चल रहे लू के थपेड़ों से बचने के लिए राहगीर चेहरा ढककर चल रहे थे तो कई सड़कों पर सन्नाटा पसरा था। जिस रोडवेज बस स्टैंड पर हमेशा भीड़ बनी रहती थी, वहां भी सन्नाटा पसरा था। 11 बजे ही अधिकतम तापमान 40 का आंकड़ा पार कर गया था। दोपहर दो बजे अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को क्रास कर गया। तीन बजे जिले का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया तो न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
प्रादेशिक मौसम केंद्र नई दिल्ली की मानें तो आठ जून तक जिले में अधिकतम तापमान जहां 46 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, वहीं न्यूनतम तापमान भी 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। मेडिकल कॉलेज नलहड के प्रोफेसर पवन कुमार गोयल बताते हैं कि लू के कई मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इस समय सावधानी बरतने की जरूरत है। निर्जलीकरण से बचें :
गर्मी के मौसम में निर्जलीकरण व लू से बचने के लिए बार-बार पानी पियें। घर से बाहर निकलने के पहले भरपेट पानी पियें तथा अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें। हल्का और ताजा भोजन करें, अधिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, संतरा, खीरा, अंगूर का आदि का सेवन करें। नींबू पानी, लस्सी, छाछ, जलजीरा, आम का पना, दही व नारियल पानी आदि का सेवन लाभदायक होगा। घर पर रहें :
छायादार स्थान पर रहें, खिड़कियों पर पर्दे आदि लगाकर रखें, पंखा, कूलर व एसी आदि का प्रयोग करें। ठंडे पानी से नहाएं। हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें। धूप के चश्मे का उपयोग करें, सिर ढककर रखे, टोपी, गमछा आदि का उपयोग करें। लू के लक्षण :
सिरदर्द, तेज बुखार, उल्टी, अत्याधिक पसीना, बेहोशी, कमजोरी महसूस होना, शरीर में ऐंठन, नब्ज असमान्य होना आदि लू लगने के लक्षण हैं। यदि इनमें से कोई लक्षण महसूस हो तो चिकित्सक की सलाह लें। इनको लू का अधिक खतरा :
नवजात शिशु, गर्भवती महिला, बुजुर्ग व्यक्ति, धूप में काम करने वाले श्रमिक, गंभीर बीमारी से ग्रसित रोगी, इन्हें लू लगने की आशंका अधिक रहती है। लू लगने पर मरीज को छायादार स्थान पर लिटाएं, ठंडे पानी की पट्टियां रखें, मरीज के कपड़े ढीले करें, उसे नमकीन पेय पदार्थ (पना) आदि पिलाएं। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर चिकित्सकीय परामर्श लें।
- डॉ. पवन कुमार गोयल, विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन, मेडिकल कॉलेज नलहड़
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