बेटी हम शर्मिदा हैं, कातिल तेरे जिंदा हैं
टिवंकल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिदा हैं टिवंकल के हत्यारों को फांसी दो इन नारों से मासूम टिवंकल की दर्दनाक हत्या के विरोध में तावडू शहर में शनिवार शाम को युवा संगठन तावडू द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया।
संवाद सहयोगी, तावडू :
बेटी हम शर्मिदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुई बेटी की हत्या के आरोपितों को फांसी दो। इन नारों से मासूम बच्ची की दर्दनाक हत्या के विरोध में तावडू शहर में शनिवार शाम को युवा संगठन तावडू द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया।
पुरानी अनाज मंडी तावडू स्थित राधा-कृष्ण मंदिर से शुरू हुए इस प्रदर्शन में सैकड़ों युवा व लोगों ने शिरकत की। हाथों में कैंडल लिए प्रदर्शनकारी यहां से लखपत चौक, विजय चौक, पुलिस चौकी चौराहे पहुंचे व बच्ची को श्रद्धांजलि व्यक्त की। इस दौरान युवा संगठन तावडू के अध्यक्ष भूपेश गुर्जर व पूर्व पार्षद धर्मेंद्र भारद्वाज ने इस दौरान कहा कि समाज में पल रहे हैवानों की हैवानियत की एक और घटना सामने आने पर पूरा देश दहल उठा है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ में ढाई वर्ष की मासूम की हैवानियत व बेरहम हत्या से पूरे देश के लोगों में आक्रोश पनप रहा है। बस एक ही मांग हर ओर से उठ रही है कि आरोपियों को फांसी दो, मौत की सजा दो। ओर ये हो भी क्यों ना, वहशी दरिदों ने मासूम के साथ वह कृत्य किया जिसके बारे में कल्पना तक नहीं की जा सकती। इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। प्रदर्शन के दौरान युवाओं व लोगों ने बेटी के हत्यारों को फांसी दो, लिखी तख्तियां लेकर मुख्य मार्ग पर नारेबाजी कर नाराजगी जताई। घटना से क्षुब्ध लोगों के जेहन से अब एक ही आवाज निकल रही है कि अब मासूम बच्चियां बेरहमी की शिकार हो रही हैं, ये कैसा समाज है? आखिर इस मासूम का कौन सा कसूर था जो उसके साथ ऐसा कृत्य किया गया। देखा जाए तो पूरे देश में आए दिन सामने आ रही ऐसी घटनाओं से लोगों के बीच आक्रोश बढ़ रहा है। फिलहाल आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिल जाने की मांग उठ रही है। जिससे समाज में पल रहे ऐसे हैवानों को सबक मिल सके।
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