ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन सेवाओं का अभाव
क्षेत्र के दर्जन भर गावों में परिवहन सेवा न होने से ग्रामीणों सरकारी कर्मियों व स्कूली विद्यार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई ग्रामीण रूटों पर चलने वाली बसों के बंद होने से स्थिति और भयावह हो गई है। मजबूरी में लोगों को डग्गामार वाहनों में लटककर सफर करना पड़ता है। लोगों ने लिक रोडों पर परिवहन सेवा बहाल करने की मांग की है। बता दें कि क्षेत्र के गांव आलदोका कुर्थला छपेड़ा बैंसी सूड़ाका सहित कई गांवों में परिवहन सेवा नहीं है। ग्रामीण परिवहन सेवा बहाल करने को लेकर नेता व अधिकारियों के पास दस्तक दे चुके हैं लेकिन उनकी फरियाद की सुध किसी ने नहीं ली है। मजबूरन जान जोखिम में डालकर उन्हें प्राइवेट वाहनों में लटककर
जागरण संवाददाता, नूंह : क्षेत्र के दर्जन भर गावों में परिवहन सेवा न होने से ग्रामीणों, सरकारी कर्मियों व स्कूली विद्यार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई ग्रामीण रूटों पर चलने वाली बसों के बंद होने से स्थिति और भयावह हो गई है। मजबूरी में लोगों को डग्गामार वाहनों में लटककर सफर करना पड़ता है। लोगों ने लिक रोडों पर परिवहन सेवा बहाल करने की मांग की है।
बता दें कि क्षेत्र के गांव आलदोका, कुर्थला, छपेड़ा, बैंसी, सूड़ाका सहित कई गांवों में परिवहन सेवा नहीं है। ग्रामीण परिवहन सेवा बहाल करने को लेकर नेता व अधिकारियों के पास दस्तक दे चुके हैं, लेकिन उनकी फरियाद की सुध किसी ने नहीं ली है। मजबूरन जान जोखिम में डालकर उन्हें प्राइवेट वाहनों में लटककर मंजिल तक सफर करना पड़ रहा है। असुविधा के कारण सरकारी कर्मियों व स्कूली विद्यार्थियों को समय पर दफ्तर व स्कूल पहुचने में भारी परेशानी हो रही है।
लोग वाहनों के इंतजार में सड़क पर खड़े रहते हैं। कई बार तो उन्हें प्राइवेट वाहनों के न आने पर पैदल जाकर मेन रोड पर बस पकड़नी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं व बच्चों को जाने आने में हो रही है। विद्यार्थी महेश, अजय, संजीव, नरेश, देव, अर्जुन, बबलू, राजबीर व कमल आदि ने बताया कि बस सेवा नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी छात्राओं को होती है। उनकी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। त्योहार को लेकर बढ़ गई आवाजाही :
ईद के त्योहार को लेकर बाजारों में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आवाजाही भी बढ़ गई है। लोग प्रतिदिन बाजार की तरफ रुख करते हैं। लेकिन इस दौरान उन्हें परिवहन सेवाएं ना मिल पाने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में जानकारी ली जाएगी। ग्रामीण रूटों पर बसें चलाई हुई हैं। इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
- एनके गर्ग, जीएम रोडवेज
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