सरिस्का अभ्यारण से गायब टाइगर को ढूंढने के लिए अरावली क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन
पिछले 11 माह से सरिस्का राष्ट्रीय अभ्यारण से गुम हुए एसटी-5 नामक टाइगर को ढूंढने के लिए अभ्यारण की एक टीम ने फिरोजपुर झिरका की अरावली पहाडिय़ों में सर्च ऑपरेशन चलाया। करीब 12 घंटे चले इस सर्च अभियान में टीम को बाघ का कोई सुराग नहीं लगा। हालांकि सर्च टीम को यहां तेंदुए के पंजे के निशान जरूर मिले हैं।
अख्तर अलवी, फिरोजपुर झिरका (नूंह)
पिछले 11 माह से सरिस्का राष्ट्रीय अभ्यारण्य से गुम हुए एसटी-5 नामक टाइगर को ढूंढने के लिए अभ्यारण की एक टीम ने फिरोजपुर झिरका की अरावली पहाडि़यों में सर्च ऑपरेशन चलाया। करीब 12 घंटे चले इस अभियान में टीम को बाघ का कोई सुराग नहीं लगा। हालांकि सर्च टीम को यहां तेंदुए के पंजे के निशान जरूर मिले हैं। 8 जनवरी को उपरोक्त टीम द्वारा फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा सकता है।
बता दें कि पिछले तीन-चार माह से फिरोजपुर झिरका की अरावली पहाड़ियों में बाघ और मादा तेंदुए के साथ दो शवकों के होने की सूचना लगातार मिल रही है। बृहस्पतिवार की रात भी अरावली से सटे गांव बिलोंडा के ग्रामीणों द्वारा खेतों में बाघ जैसा जीव देखने का दावा किया जा रहा है। ऐसा वाकया तीन से चार दफा यहां हो चुका है। देहरादून से बुलाई गई थी ¨फगर एक्सपर्ट टीम
11 माह पहले सरिस्का अभ्यारण्य से गायब टाइगर को ढूंढने के लिए सरिस्का वन विभाग द्वारा देहरादून से ¨फगर एक्सपर्ट टीम को बुलाया गया था। यहां 20 से 25 किलोमीटर तक चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान एक्सपर्ट टीम को बाघ के निशान नहीं मिले। हालांकि यहां टीम को तेंदुए के पैरों के निशान जरूर मिले हैं। सर्च टीम को अरावली में कई मृत मवेशियों के अवशेष भी मिले थे जिनका शिकार जंगल के बड़े जानवरों द्वारा किया गया है। एसटी-5 की हत्या में 10 लोग काट रहे हैं जेल
फरवरी 2018 में सरिस्का राष्ट्रीय अभ्यारण्य से एसटी-5 नाम का एक टाइगर गायब हुआ था। सरिस्का अभ्यारण्य प्रशासन ने इस बाघ की हत्या के शक में मालाखेड़ा के बड़ोली गांव से 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। जानकारी मिली है कि यह लोग आज भी बाघ की हत्या के शक में जेल की सलाखों के पीछे हैं। लेकिन अगर यहां की अरावली में यह गायब बाघ मिलता है तो गिरफ्तार सभी लोगों को इससे बड़ी राहत मिल सकती है। अरावली से सटे गांवों में दहशत का माहौल
पिछले तीन-चार महीने से अरावली क्षेत्र में 3-4 खूंखार जीवों के होने की सूचना लगातार मिल रही है। हाल ही में अरावली से सटे गांवों में इन जीवों को रात्रि में देखा गया है। ग्रामीण अल्ताफ, मोहम्मद मुज्जमिल, साजिद, आसू, जावेद, मोहम्मद वारिश ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात भी बाघ जैसा जीव नजर आया। इसे देख ग्रामीण खेतों से भाग खड़े हुए। ग्रामीणों ने बताया कि जंगल में मौजूद इन खूंखार जीवों की वजह से वो दहशत में हैं। टाइगर एसटी-5 के गले में बंधा है रेडियो कॉलर
सरिस्का राष्ट्रीय अभ्यारण्य के टाइगर एसटी-5 के गले में एक रेडियो कॉलर बंधा हुआ है। इसकी सहायता से टाइगर की किसी भी समय लोकेशन की जांच की सकती है। सरिस्का अभ्यारण्य के डीएफओ हेमंत ¨सह ने बताया कि टाइगर के गले में बंधा रेडियो कॉलर हो सकता है खराब हो या फिर वो गिर गया हो, इसलिए टाइगर उनकी रडार पर नहीं है। फिरोजपुर झिरका की अरावली में फिलहाल टाइगर होने की कोई जानकारी नहीं मिली है। अगर बाघ होने की सूचना मिली तो फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा सकता है।