सड़कों पर पड़ी ढेंचा की पराली से चालक परेशान
नूंह जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों सड़कों पर ज्यादातर ढेंचा की पराली देखी जा रही है। इस पराली से जहां किसानों को बीज निकालने में आसानी हो रही वहीं यह पराली वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब भी बन रही है। सड़कों पर प्रतिदिन जिला प्रशासन से लेकर नेता तक घूम रहे हैं। क्षेत्र के मेवाती कवि इलियास प्रधान, अहमद मुस्तलहा, कमल शर्मा, ओमकार साहू, इमरान पंच बसई खानजादा, नेहा खान मांडीखेड़ा सहित दर्जनों जागरूक लोगों ने कहा कि इस ओर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, नगीना : इन दिनों क्षेत्र की सड़कों ज्यादातर ढेंचा की पराली देखी जा रही है। इस पराली से जहां किसानों को बीज निकालने में आसानी हो रही है। वहीं यह पराली वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब भी बन रही है। सड़कों पर प्रतिदिन जिला प्रशासन से लेकर नेता तक घूम रहे हैं। मगर, इस ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है। क्षेत्र के मेवाती कवि इलियास प्रधान, अहमद मुस्तलहा, कमल शर्मा, ओमकार साहू, इमरान पंच बसई खानजादा, नेहा खान मांडीखेड़ा सहित बहुत से जागरूक लोगों ने कहा कि इस ओर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। इस प्रकार से सड़कों पर डाली जा रही पराली से कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। इस पराली से ज्यादातर खतरा बाइक सवार चालकों को है। क्योंकि इसमें उलझकर कई बाइक चालक चोटिल भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस पराली से बडे़ वाहनों में आग लगाने का खतरा भी पैदा होता है। चूंकि लंबे सफर वाली गाड़ी काफी गर्म होती है। इस पराली के सायलेंसर में उलझने पर सायलेंसर से आग लग सकती है। आग से गाड़ी के जलने के अलावा जान का खतरा अधिक है। इसलिए लोगों ने इसका विरोध करते हुए जिला प्रशासन से पराली डालने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने की मांग की है।