अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा गांधी पार्क
नूंह का गांधी पार्क फिलहाल अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है। यह आवारा पशुओं की आरामगाह बना हुआ है। पार्क में सुबह-शाम शहरवासियों की जगह आवारा पशु टहलते हैं। ऐसे में पार्क में आने से बच्चे भी डरते हैं। विशेष बात ये है कि पार्क की चारों तरफ की ग्रिल और चारदीवारी बिल्कुल उखड़ चुकी है और यहां कोई चौकीदार तक तैनात नहीं है। ऐसे हालात में आवारा पशु आराम से पार्क में घुस आते हैं और फिर यहां पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
जागरण संवाददाता, नूंह :
सुबह-सबेरे जिस पार्क में पेड़-पौधों की हरियाली और फौव्वारों के बीच टहलने वालों की चहल-पहल होनी चाहिए। शहर का गांधी पार्क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यह पार्क आवारा पशुओं की आरामगाह बन चुका है। पार्क में अब शहरवासियों की जगह आवारा पशु घूमते नजर आते हैं। ऐसे में गांधी पार्क में आने से बच्चे भी डरते हैं। पार्क की चारों तरफ की टूटी हुई ग्रिल और उखड़ी चारदीवारी अपनी बदहाली की दास्तां बयां करते हैं। पार्क में कोई चौकीदार तक तैनात नहीं है। शहरवासी भी नपा प्रशासन को इस संबंध में कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन पार्क की ओर किसी का ध्यान नहीं है। इससे शहरवासियों में भी नाराजगी पनप रही है।
बता दें कि जिला मुख्यालय होने के बावजूद नूंह शहर में केवल दो छोटे-छोटे तिकौना पार्क बने हुए हैं। शहर का गांधी पार्क और शहीद पार्क दोनों की गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर स्थित हैं। इस हाईवे से हर रोज दर्जनों अधिकारी अपने कार्यालयों के लिए जाते हैं, लेकिन किसी का ध्यान पार्क की अनदेखी की ओरनहीं जाता है। शहीद पार्क की स्थिति तो कमोबेश ठीक है, लेकिन नूंह के गांधी पार्क की हालात दयनीय है। पार्क की लाइटों से लेकर फव्वारा तक सभी खराब पड़ा है। शाम ढलते ही पार्क में अंधेरा पसर जाता है। सुबह के समय पार्क में लोगों की जगह पशु टहलते हैं। चारों तरफ गंदगी का आलम है। इससे शहर के लोगों को भी पार्क का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हालांकि पार्कों के बारे में नपा प्रशासन मरम्मत कराने की बात तो कहता है, लेकिन बाद में हालात वहीं ढाक के तीन पात रहते हैं।
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गांधी पार्क की मरम्मत के लिए एस्टीमेट तैयार कराया जा रहा है। बैठक में शहीद पार्क और गांधी पार्क की मरम्मत के लिए करीब 20 लाख का प्रस्ताव पास हुआ है। एस्टीमेट तैयार होते ही टेंडर लगाया जाएगा। इसके बाद पार्क की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा। शहरवासियों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
-सीमा सिगला, चेयरपर्सन नूंह नगरपालिका।