मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन से सीख लें युवा पीढ़ी
मुख्यातिथि नूंह विधायक जाकिर हुसैन ने कहा कि आज के इस कंप्यूटर व विज्ञान के युग में तालीम ही सबसे बड़ी दौलत है। तालीम के बिना इंसान हैवान होता है। उन्होंने नूंह जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा दिवस के मौके पर हम सब इस बात का प्रण लें कि अपने बच्चों को तालीम जरूर दिलाएंगे। यही मौलाना अबुल कलाम आजाद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गत सरकार ने जिले के ब
जागरण संवाददाता, नूंह:
नूंह स्थित मानू मॉडल स्कूल में भारत के पहले शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें स्कूली छात्र-छात्राओं स्टाफ के अलावा क्षेत्र के मौजिज लोगों ने भाग लिया। इस मौके पर मानू मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य मोहम्मद अरशद खान, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजफ्फर इस्लाम ने स्कूल के छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। स्कूली बच्चों ने इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि नूंह विधायक जाकिर हुसैन ने कहा कि आज के इस कंप्यूटर व विज्ञान के युग में तालीम ही सबसे बड़ी दौलत है। तालीम के बिना इंसान हैवान होता है। उन्होंने नूंह जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा दिवस के मौके पर हम सब इस बात का प्रण लें कि अपने बच्चों को तालीम जरूर दिलाएंगे। यही मौलाना अबुल कलाम आजाद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कांग्रेस की गत सरकार ने जिले के बच्चों को मुफ्त व गुणवत्तापूर्ण उर्दू माध्यम से तालीम दिलाने के मकसद से इस स्कूल की स्थापना की थी। आज सैंकड़ों बच्चे इस स्कूल से तालीम हासिल कर रहे हैं। बहुत ही खुशी की बात है कि क्षेत्र में अब शिक्षा के महत्व को लोग समझ रहे हैं। मानू मॉडल स्कूल नूंह इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहा है।