नशे की गिरफ्त में लगातार फंस रही है युवा पीढ़ी
नूंह जिले की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में लगातार फंसती जा रही है। मगर जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं है। आलम यह है कि जगह-जगह लगी छोटी-छोटी दुकानें एवं चाय की दुकानों पर युवाओं को आसानी से नशा परोसा जा रहा है।
संवाद सहयोगी, नगीना : जिले की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है। जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं है। आलम यह है कि जगह-जगह लगी छोटी-छोटी दुकानें एवं चाय की दुकानों पर युवाओं को आसानी से नशा परोसा जा रहा है। परचून की दुकान से लेकर मेडिकल स्टोर भी शामिल हैं। इन दुकानों पर तंबाकू, जर्दा, गुटखा और दर्जनों नशीले पदार्थ बिक्री शामिल है। कुछ दिन पहले औषधि नियंत्रक विभाग के अधिकारियों को तावडू और नूंह में छापेमारी के दौरान नशीली दवाइयां मिली थी। सुबह होते ही दोपहर और देर शाम तक मेडिकल स्टोर पर और परचून की दुकानों एवं चाय के खोखों पर नशेबाज बैठ कर नशा करते हैं। दुकानों पर नशा करने वाले युवाओं की लंबी लाइन देखी जाती है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले भी जिले में कई युवा नशे से अपनी जीवन लीला समाप्त कर चुके हैं। जानकारी होने के बावजूद भी विभाग ऐसे मामलों में अंजान बना हुआ है। रजत जैन, राहुल, अमित, कुलदीप ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी लगातार नशे का शिकार होती जा रही है। नशे के सेवन से युवाओं को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। लोगों का आरोप है कि छापेमारी के दौरान विभागीय अधिकारी नशा बेचने वालों को बिना कार्रवाई के ही छोड़ देता है।
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युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित होते आ रहे है। फिर भी कहीं ऐसी समस्या नजर आती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई भी नशे का पदार्थ बेचता है तो जानकारी लेकर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
डा. राजीव बातिस, सीएमओ नूंह।