कैंसर प्रभावित गांव के लोगों को रपोर्ट का इंतजार
गांव साकरस में कैंसर से जूझ रहे ग्रामीणों के लिए हाल ही में 12 जून को लगाए गए एक बड़े कैंप के बाद राहत जरुर मिली है। ग्रामीणों को इस बात की खुशी हुई कि आखिरकार कोई तो उनकी सुध लेने आया। यहां बीते सप्ताह पंजाब की वर्ल्ड कैंसर केयर की टीम ने नीति आयोग और जिला प्रशासन के सहयोग से गांव में एक मैगा कैंप लगाकर कैंसर प्रभावित ग्रामीणों का चैकअप किया। यहां कुल 465 लोगों के स्वास्थ्य की जांच हुई।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर झिरका: गांव साकरस में कैंसर से जूझ रहे ग्रामीणों के लिए हाल ही में 12 जून को लगाए गए एक बड़े कैंप के बाद राहत जरुर मिली है। ग्रामीणों को इस बात की खुशी हुई कि आखिरकार कोई तो उनकी सुध लेने आया। यहां बीते सप्ताह पंजाब की वर्ल्ड कैंसर केयर की टीम ने नीति आयोग और जिला प्रशासन के सहयोग से गांव में एक मैगा कैंप लगाकर कैंसर प्रभावित ग्रामीणों का चैकअप किया। यहां कुल 465 लोगों के स्वास्थ्य की जांच हुई। इनमें कितने लोग संभावित मरीज हैं, ये रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। हालांकि जानकारी यह भी मिली है कि यहां गांव में कैंसर से पीड़ित अभी भी संभावित मरीज बने हुए हैं।
बता दें कि गांव साकरस सहित आसपास के गांवों में कैंसर बीमारी ने ग्रामीणों को भयभीत कर रखा है। यहां अब तक करीब 70 लोग इसकी वजह से जान गवां चुके हैं।
इकट्ठा कर पानी पीते हैं :
जानकारी मिली है कि गांव में पानी की कमी के चलते गांव के अधिकांश ग्रामीण पानी का टैंकर खरीदकर उसे कुंडों में स्टोरेज करते हैं। बाद में उस पानी को एक माह तक पीते हैं। डॉक्टर बता रहें हैं कि ऐसा करना कैंसर बीमारी को बुलावा देना है।
मिट्टी-पानी की होगी जांच :
गांव में 12 जून को लगे मैगा कैंप के बाद अब यहां इस बीमारी की असलियत जाने के लिए मुंबई की एक टीम द्वारा गांव में मिट्टी-पानी की बडे़ स्तर पर जांच की जाएगी। यह टीम पानी और मिट्टी के सैंपल लेकर बाद में उसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेगी।