दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना से बदलेगी छह गांवों की सूरत
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) से तावडू उपमंडल के छह गांवों की बिजली व्यवस्था का कायाकल्प होगा। योजना के तहत गोद लिए इन गांवों में बिजली ढांचे को दुरुस्त करने को लेकर काम शुरू हो चुका है तथा मार्च तक काम पूरा होने की उम्मीद है। विभाग की मानें तो ये डीडीयूजीजेवाई के तहत आने वाले गांवों में 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति रहेगी..
सुनील शर्मा, तावड़ू
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) से तावड़ू उपमंडल के छह गांवों की बिजली व्यवस्था का कायाकल्प होगा। योजना के तहत गोद लिए गए इन गांवों में बिजली ढांचे को दुरुस्त करने को लेकर काम शुरू हो चुका है तथा मार्च तक काम पूरा होने की उम्मीद है। विभाग की माने तो ये डीडीयूजीजेवाई के तहत आने वाले गांवों में 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति रहेगी।
भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और गैर-कृषि उपभोक्ताओं को विवेकपूर्ण तरीके से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 20 नवंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) की शुरुआत की। इस योजना के तहत कृषि और गैर-कृषि फीडर सुविधाओं को अलग-अलग किया जाएगा। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण और उप-प्रेषण प्रणाली को मजबूत किया जाएगा, जिसमें वितरण ट्रांसफार्मर, फीडर और उपभोक्ताओं के लिए मीटर लगाना सम्मलित है। इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत वितरण की अवधि में सुधार का लक्ष्य है। इसके साथ ही अधिक मांग के समय में लोड की कमी, उपभोक्ताओं को मीटर के अनुरूप खपत पर आधारित बिजली बिल में सुधार और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अधिक सुविधा दी जा सकेगी। गोद लिए गांवों की स्थिति :
इस योजना के तहत बिजली निगम ने कोटा, बिस्सर, दादुपुर, मोहम्मदपुर अहीर, हसनपुर व सराय गांव को गोद लिया है। इन गांवों में वर्तमान में 14 घंटे की बिजली आपूर्ति है व कृषि क्षेत्र में केवल 8 घंटे बिजली आपूर्ति है। वहीं लगभग 35 प्रतिशत लाइन लॉस है। योजना के तहत होगा ये काम :
इन गांवों में बिजली के नए पोल लगेंगे। प्रत्येक उपभोक्ता के बिजली मीटर को घर के बाहर लगाया जाएगा। एलटी केबल लगेंगी। नए ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे। डिफाल्टिंग राशि को समाप्त करने को लेकर विभाग द्वारा इन गांवों के उपभोक्ताओं से आग्रह भी किया जा रहा है। योजना के तहत मार्च तक ये कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। बिजली चोरी पर लगेगा अंकुश :
जिन लोगों ने बिजली कनेक्शन नहीं ले रखा उनसे विभाग द्वारा कनेक्शन लेने की अपील की जा रही है। जब से योजना पर कार्य शुरू हुआ है तब से काफी लोगों ने स्वत: बिजली चोरी भी बंद कर दी है। इसके पीछे विभाग की सख्ती का भी असर बताया जा रहा है। वहीं बिजली बचत को लेकर निगम द्वारा इन गांवों में उपभोक्ताओं से एलईडी इस्तेमाल करने का अनुरोध भी किया जा रहा है। ये निगम की बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है। योजना के तहत तावड़ू उपमंडल के गोद लिए 6 गांवों में कार्य शुरू चुका है। मार्च तक इन गांवों की बिजली व्यवस्था सुदृढ़ हो जाएगी।
आशुतोष पांचाल, कार्यकारी अभियंता, बिजली निगम, सोहना डिविजन।