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बस अड्डे की मांग नहीं हो सकी पूरी

मेवातियों की दशकों पुरानी बड़कली चौक पर बस अड्डे की मांग को पूरा करने के लिए गत वर्ष 200

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 05:23 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 06:33 AM (IST)
बस अड्डे की मांग नहीं हो सकी पूरी
बस अड्डे की मांग नहीं हो सकी पूरी

संवाद सहयोगी, नगीना :

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मेवातियों की दशकों पुरानी बड़कली चौक पर बस अड्डे की मांग को पूरा करने के लिए गत वर्ष 2008 में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने घोषणा की थी। प्रशासन ने इसके लिए 7 कनाल 15 मरला जमीन अधिग्रहण कर लेने का दावा भी किया था। लेकिन आज तक बस अड्डा तो दूर इस चौक पर बस क्यू शेल्टर तक नहीं बन पाया हैं। कई दशकों से चली आ रही इस मांग को अमलीजामा नहीं पहनाया गया है। मेवात के लोगों के लिए चलाई गई ज्यादातर योजनाएं वादों और नारों में उलझकर रहे गई हैं। आने वाले लोकसभा चुनाव में लोग इन नेताओं से सवाल करेंगे, कि आखिर अपने ही वादों पर नेता क्यों खरे नहीं उतरते हैं। इस बात को लेकर जिले के लोग समय का इंतजार कर रहे हैं।

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बड़कली चौक पर बस अड्डा हो ये मांग मेवात के लोगों की दशकों पुरानी है। यहां पर नेता बड़ी-बड़ी हांक कर व वादा करके चले तो जाते हैं। लेकिन उन वादों पर अमल नहीं करते हैं। कांग्रेस ने 10 साल तक लगातार राज किया था। लेकिन हमारी मांगे पूरी नहीं हुई।

दिनेश कुमार, जाटका।

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बड़कली चौक पर बस अड्डा अत्यंत जरूरी है। क्योंकि महिलाओं को इधर-उधर खड़ा होकर वाहनों का इंतजार करना पड़ता है। यहां पर परिवहन सेवा नियमित नहीं है। यहां पर कई बार दो-दो घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। इसलिए भाजपा सरकार को यहां बस अड्डा बनाना चाहिए था। लेकिन इस बार हमारी यही प्रमुख मांग होगी।

यासीन खान, खेडलीकलां।

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चुनाव से पहले सभी पार्टियों के नेताओं की पहली रैली बड़कली चौक पर ही होती है। लेकिन इन नेताओं को यहां की मूलभूत सुविधाओं की आज तक सुध ना आई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने करीब 11 साल पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए यहां बस अड्डा बनाने की बात कही थी। लेकिन वर्ष 2008 से आज तक इस घोषणा पर अमल नहीं किया।

अहमद मुस्तलहा, उमरा।

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घोषणा के बाद इसकी कागजी कार्रवाई जारी कर दी गई थी। लेकिन यहां के किसानों की नाराजगी के चलते इस कार्य को कोर्ट ने रोक दिया था। - आफताब अहमद, पूर्व परिवहन मंत्री हरियाणा।


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