Move to Jagran APP

एटीएम बन रहे लोगों के लिए परेशानी का सबब

जिला मुख्यालय के अधिकतर बैंकों की एटीएम सेवा बंद रहने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सभी बैंकों के एटीएम अकसर बंद रहते हैं। जिससे तंग आकर कार्ड धारकों को पैसों की निकासी के लिए सोहना-पलवल की दौड़ लगानी पड़ती है। नूंह कस्बे के बैंकों की यह कोई नई बात नहीं है। जबकि एटीएम लोगों को 24 घं

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 05:05 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 05:05 PM (IST)
एटीएम बन रहे लोगों के लिए परेशानी का सबब

जागरण संवाददाता, नूंह: जिला मुख्यालय के अधिकतर बैंकों की एटीएम सेवा बंद रहने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सभी बैंकों के एटीएम अकसर बंद रहते हैं, जिससे तंग आकर कार्ड धारकों को पैसों की निकासी के लिए सोहना-पलवल की दौड़ लगानी पड़ती है। नूंह कस्बे के बैंकों की यह कोई नई बात नहीं है, जबकि एटीएम लोगों को 24 घंटे की सेवा प्रदान करने के लिए बनाया गया है। यहां तक के एटीएम में कैश की कमी या फिर मशीन की खराबी का नोटिस तक भी नहीं लगाया जाता और बैंक कर्मचारियों से पता करने पर कोई ठोस जवाब नहीं मिलता। इससे तंग आकर लोगों को अब पैसों की निकासी के लिए प्राइवेट डीलरों के पास जाना पड़ता है, जहां उनसे निकासी के बदले मोटी रकम वसूली जाती है।

loksabha election banner

बता दें, कि लोगों को सहूलियत प्रदान करने वाली एटीएम सेवा इन दिनों पूरी तरह दिखावा साबित हो रही है। दीपावली पर्व के अवसर पर बीते कई दिनों से चल रहे अवकाश के कारण एटीएम संबंधी समस्या ओर अधिक बढ़ जाती है। नूंह कस्बा के अधिकतर एटीएम मशीनों पर ताला जड़ा रहता है। दिनों दिन यह एटीएम सेवा दिखावा साबित होती जा रही है। ऐसा नहीं है कि बैंक अधिकारी इस बाबत अनजान हों। सब कुछ जानते हुए भी कोई एटीएम 24 घंटे चालू रखने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठा रहा है। हालांकि कुछेक एटीएम ही चालू रहते हैं, जिनमें पैसों की निकासी के लिए उपभोक्ताओं की लंबी लाइन लगी रहती है, लेकिन वो भी एक दो घंटे सेवा देने के बाद जवाब दे जाते हैं। रमेश, ताहिर, प्रवीन, मुबीन, असगर, असलम, इमरान, जितेंद्र सहित अन्य उपभोक्ताओं ने एटीएम को सुचारू करने की मांग की है।

वहीं फिरोजपुर झिरका में भी स्थानीय बैंकों के एटीएम पर लटके तालों की वजह से बहरहाल क्षेत्र के लोग खासे परेशान हैं। एटीएम व्यवस्था बाधित रहने के चलते लोगों ने बैंकों की कार्य व्यवस्था पर सवाल उठाने शुरु कर दिए हैं। 7 नवंबर को दीपावली के एक दिन पहले से ही शहर की एटीएम मशीनों में कैश खत्म हो गया। इसके बाद लगातार अवकाश होने के चलते मशीनों में पैसे नहीं डाले गए। ऊपर से बैंक की छुट्टी होने के चलते लोगों को नकदी के संकट से जूझना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि बैंक कर्मचारियों की लचर कार्यप्रणाली के चलते एटीएम मशीनों में पर्याप्त मात्रा में पैसे नहीं डाले जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.