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मरोड़ा और उमरा स्कूल में हुई प्रिसिपल की नियुक्ति

कई बार हुई मांग के बाद दूरदराज के गांवों में छात्राओं के बढ़ते ड्रापआउट को रोकने के लिए नगीना खंड में अपग्रेड किए गए दो स्कूलों में प्रिसिपल की नियुक्ति कर दी गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 05:55 PM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 05:55 PM (IST)
मरोड़ा और उमरा स्कूल में हुई प्रिसिपल की नियुक्ति
मरोड़ा और उमरा स्कूल में हुई प्रिसिपल की नियुक्ति

संवाद सहयोगी, नगीना: कई बार हुई मांग के बाद दूरदराज के गांवों में छात्राओं के बढ़ते ड्रापआउट को रोकने के लिए नगीना खंड में अपग्रेड किए गए दो स्कूलों में प्रिसिपल की नियुक्ति कर दी गई। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय उमरा में रहमदीन जबकि कृष्ण कुमार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मरोड़ा का प्रिसिपल बनाया गया है। प्रदेश सरकार के फैसले से समीपवर्ती गांव के लोग खुश नजर आए। कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से गांव की सरपंच को सम्मानित किया। लेक्चरर राहत हुसैन ने बताया कि मरोड़ा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कृष्ण कुमार ने पदभार संभालने के साथ बैठक करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। दूसरी तरफ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय उमरा के लेक्चरर विक्रम जीत ने बताया कि रहमदीन ने प्राचार्य का पदभार ग्रहण करते ही स्कूल प्रबंधन कमेटी की बैठक बुलाई। जिससे तालमेल बेहतर बनाया जा सके। स्कूल प्रबंधन समिति के चेयरमैन डाक्टर ईशा खान ने बताया कि सामाजिक संगठन मेवात आरटीआइ मंच, समाजसेवी राजूद्दीन व सबीला बेगम ने इन स्कूलों को अपग्रेड कराने में काफी मेहनत की है। जो काबिले तारीफ है। यही कारण है कि आज हमारे स्कूल दसवीं से बारहवीं में 11 अगस्त को अपग्रेड हो गए।

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दाखिले कर शिक्षा जारी:

उमरा के स्कूल में अब तक करीब 50 दाखिले 11वीं कक्षा में हो चुके हैं। इन्हीं बच्चों को 12वीं कक्षा में दाखिल कर लिया जाएगा। वहीं मरोड़ा के स्कूल में भी प्रक्रिया चालू हो चुकी है।

सुधरेगा शिक्षा का स्तर: मेवात में शिक्षा का स्तर काफी नीचे है। जबकि मेवात गुरुग्राम जैसे जिले से सटा हुआ है। लेकिन यहां पर सुधार नहीं हुआ। अब मौजूदा सरकार ने इन स्कूलों को अपग्रेड करके शिक्षा के स्तर को सुधारने व उंचा उठाने का काम किया है।

बेटियां होंगी शिक्षित: नूंह जिले में नजदीक 12वीं के स्कूल होने से बेटियों को 10-12 किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ रहा है। या तो गांव में ही स्कूल है और या तो पड़ोस के गांव में सरकार ने 12वीं तक के स्कूल बना दिए हैं। सबसे पहले यहां की बेटियां पांचवी या आठवीं के बाद घर के कामकाज में लग जाती थी। लेकिन अब यहां की बेटियां पढ़ रही हैं।

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उमरा व मरोड़ा दोनों वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को प्राचार्य मिल गए हैं। अब शिक्षा के क्षेत्र में मेवात पीछे नहीं रहेगा। अब हमारे बच्चे शिक्षित होंगे और बेटियां भी उच्च शिक्षा तक पढ़ेंगी।

- हयात खान, खंड शिक्षा अधिकारी नगीना


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