बच्चों को दो बूंद पिलाकर पोलियो अभियान की शुरूआत की
यों की खुराक पिलाई गई। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि हर व्याक्ति को 0 से पांच साल तक के बच्चों को पोलियों की खुराक जरूर पिलानी चाहिए ताकि उनके बच्चे हमेशा पोलियो के वायरस से बचे रहें। उन्होंने कहा कि कुछ समाज में कुछ लोगों को गलत धारणा है कि पोलियो की दवाई पीने से उनके बच्चो में कुछ कमी आ जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है। पोलियो की दवाई देश भर में ही
जागरण संवाददाता, पुन्हाना:
पुन्हाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉ. रमेश चावला व कार्यकारी एसएमओ विजय पाल द्वारा बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाकर पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत की गई। जिसमें पहले दिन करीब 30 प्रतिशत बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाई गई।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि हर व्याक्ति को 0 से पांच साल तक के बच्चों को पोलियों की खुराक जरूर पिलानी चाहिए ताकि उनके बच्चे हमेशा पोलियो के वायरस से बचे रहें। उन्होंने कहा कि समाज में कुछ लोगों को गलत धारणा है कि पोलियो की दवाई पीने से उनके बच्चो में कुछ कमी आ जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है। पोलियो की दवाई देश भर में ही नही बल्कि विदेशों में भी पिलाई जाती है। पोलियों एक लाइलाज बीमारी है। इसलिए पोलियो के वायरस से बचने के लिए पहले ही दवाई पिलानी चाहिए। ताकि उनके बच्चों को कभी भी पोलियो न हो।
उन्होंने बताया कि 0 से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो होने का खतरा सबसे अधिक होता है इसलिए पांच साल के बच्चों को पोलियो की खुराक जरूर पिलानी चाहिए। पुन्हाना में पहले दिन बूथों पर दवाई पिलाई जाएगी। जबकि दूसरे व तीसरे दिन घर-घर जाकर डोर-टू-डोर दवाई पिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा हर बार करोड़ो रूपये खर्च करके पोलियो की दवाई पिलवाई जाती है ताकि एक भी बच्चा पोलियो ग्रस्त न हो। इसलिए सभी बच्चों को पोलियों की खुराक जरूर पिलानी चाहिए। विभाग का पूरा प्रयास है कि एक भी बच्चा दवाई पीने से न छूट जाए।