नियमों की अवहेलना करने वाली एजेंसी ब्लैक लिस्ट
जागरण संवाददाता, नूंह: मेडिकल कॉलेज के निदेशक बदले जाने के कॉलेज की फिजा में मामूली ब
जागरण संवाददाता, नूंह: मेडिकल कॉलेज के निदेशक बदले जाने के कॉलेज की फिजा में मामूली बदलाव आया है। यहां कॉलेज की सफाई व रखरखाव का टेंडर लेने वाली एजेंसी को कॉलेज प्रशासन ने लापरवाही के चलते हुए ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
कॉलेज की निदेशक डॉ. यामिनी ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि मेडिकल कॉलेज की सफाई व रखरखाव का जिम्मा छोची नाम की एजेंसी के पास था। उक्त एजेंसी को कई बार सफाई ठीक से कराने सहित कई प्रकार की कमियां दूर करने की हिदायत दी गई। हिदायत के बावजूद भी एजेंसी ने अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं किया। एजेंसी उन नियम व कानून कायदों की पालना नहीं रह रही थी, जो टेंडर छोड़ते वक्त निर्धारित किए गए थे। इसमें सुधार व नियम की पालना के लिए कई बार एजेंसी के का¨रदों को समझाया गया, लेकिन सुधार नहीं हुआ। लिहाजा इसके बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया। उक्त एजेंसी पर कार्रवाई करते हुए उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज के हालात पिछले काफी समय से बिगड़े हुए हैं। कॉलेज प्रशासन भ्रष्टाचार सहित कई प्रकार के आरोपों को लेकर बदनाम रहा है। इससे पहले भी यहां के भ्रष्टाचार का विधानसभा में उठा था और स्थानीय भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सहित दर्जनों भाजपाईयों ने निदेशक पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके तबादले की मांग की। कॉलेज अखबार की सुर्खिया बनता रहा। लिहाजा पिछले महीने यहां तैनात डॉ. संसारचंद को अपने निदेशक पद से इस्तीफा देना पड़ा। अब यहां का चार्ज डॉ. यामिनी को सौंपा गया है। वो यहां सुधार के लिए कोशिश कर रही हैं, लेकिन यहां जड़े जमाए हुए भ्रष्टाचार को खत्म करना अभी उनके लिए बड़ी चुनौती है।
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हमारी कोशिश होगी बेहतर करें। छोची नाम की एजेंसी का कार्य संतोषजनक नहीं था। बार-बार कहने के बाद भी सुधार नहीं किया गया। उक्त कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया गया है। यहां और भी सुधार किए जाएंगे।
डॉ. यामिनी, निदेशक शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज।