घासेड़ा में दो प्राइमरी स्कूल और बनाए जाने की मांग
नूंह खंड के गांव घासेड़ा में इन दिनों बच्चों कि पढ़ाई के लिए दो प्राइमरी स्कूल और खोले जाने की मांग जोर पकड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव काफी बड़ा है। गांव की आबादी करीब पच्चीस हजार है। यहां लंबे समय से केवल दो प्राइमरी स्कूल हैं। जो बच्चों की संख्या के मुताबिक कम है और छोटे बच्चों के लिए दूर भी है। आबादी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग को यहां दो प्राइमरी स्कूल और गांव के दूसरे छोर पर खुलवाने चाहिए ताकि छात्र व अभिभावकों को दिक्कत न हो। ग्रामीण, महेंद्र प्रधान, नसीम असद, इमरान खान, खलील, ओसाफ नंबरदार, हाजी युसुफ व खालिद हुसैन ने बताया कि हाल मे उनके यहां पर दो प्राइमरी और एक
जागरण संवाददाता, नूंह: खंड के गांव घासेड़ा में इन दिनों बच्चों कि पढ़ाई के लिए दो प्राइमरी स्कूल और खोले जाने की मांग जोर पकड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव काफी बड़ा है। गांव की आबादी करीब पच्चीस हजार है। यहां लंबे समय से केवल दो प्राइमरी स्कूल हैं। जो बच्चों की संख्या के मुताबिक कम है और छोटे बच्चों के लिए दूर भी है। आबादी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग को यहां दो प्राइमरी स्कूल और गांव के दूसरे छोर पर खुलवाने चाहिए ताकि छात्र व अभिभावकों को दिक्कत न हो।
ग्रामीण, महेंद्र प्रधान, नसीम असद, इमरान खान, खलील, ओसाफ नंबरदार, हाजी युसुफ व खालिद हुसैन ने बताया कि हाल मे उनके यहां पर दो प्राइमरी और एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल है जो जनसंख्या के लिहाज से बहुत कम है। गांव चार किलोमीटर के एरिया में बसा हुआ है प्राइमरी में पढ़ने वाले बच्चें छोटे होते है और इतनी दूरी तक जाना आसान नहीं होता। फिलहाल जो बिल्डिंग उनके यहां पर है वो भी पर्याप्त नहीं है उसको भी बढ़ाया जाए। ग्रामीणों ने कहा है इस मांग के बारे में संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। वर्तमान स्कूल प्राइमरी कन्या व प्राइमरी बाल में करीब दो हजार बच्चे बढ़ते हैं। इस बारे में बीइओ अब्दुल मजीद का कहना है कि वो इस बारे में पता करेंगे। अगर जरूरत हैं तो मांग को पूरा किया जाएगा।