40 कामगार अपने मूल स्थान के लिए रवाना
क्रासर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड में काम कर रहे थे मजदूर। फोटो 30 एमडब्ल्यूटी 02 जेपीजी। चित्र परिचय हरियाणा रोडवेज की बस में सवार बिहार के कामगार मजदूर। लॉकडाउन के कारण यहां फंसे 40 प्रवासी कामगार मजदूरों को उनके मूल स्थान यानी बिहार के लिए रवाना किया गया। लॉकडाउन के बाद से ही ये यहां बेरोजागर बैठे हुए थे। इन्होंने तीन दिन पहले ही जिला प्रशासन के समक्ष अपने जाने का आवेदन दिया था। ये सभी मूलरूप से बिहार राज्य के मुख्तलिफ इलाकों के रहने वाले हैं।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका :
लॉकडाउन के कारण फंसे 40 प्रवासी कामगारों को उनके मूल स्थान बिहार के लिए रवाना कर दिया गया। लॉकडाउन के बाद से ही ये यहां बेरोजागर बैठे थे। इन्होंने तीन दिन पहले ही जिला प्रशासन के समक्ष जाने का आवेदन दिया था। ये सभी मूलरूप से बिहार के मुख्तलिफ इलाकों के रहने वाले हैं। वहीं कामगारो को उनके मूल गणतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करता दिखाई दिखा।
बता दें कि स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए यहां फंसे विभिन्न राज्यों के लोगों को उनके गृह प्रदेश पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार की दोपहर हरियाणा रोडवेज की एक बस बिहार जाने वाले 40 कामगारों को लेकर फरीदाबाद के लिए रवाना हुई। वहीं से ट्रेन पकड़ कर सभी अपने प्रदेश रवाना हुए। रवाना करने से पूर्व सभी का कोरोना टेस्ट व स्क्रीनिग की गई। कागजी कार्रवाई पूरी होने और फाइनल मेडिकल जांच होने के बाद ही सभी को रवाना किया गया है।
बताते चलें कि पिछले दो माह से अधिक नूंह जिले में काफी कामगार फंसे हुए हैं। लॉकडाउन के कारण कामकाज ठप होने के चलते ये मजदूर यहां काफी परेशानियां झेल रहे थे।