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दो दर्जन गांवों में पोलियो की दवा पिलाने से किया इंकार

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर झिरका : पल्स पोलियो अभियान के दूसरे दिन जिले के करीब दो दर्जन गांवों के

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Apr 2017 06:46 PM (IST)Updated: Mon, 03 Apr 2017 06:46 PM (IST)
दो दर्जन गांवों में पोलियो की दवा पिलाने से किया इंकार

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर झिरका : पल्स पोलियो अभियान के दूसरे दिन जिले के करीब दो दर्जन गांवों के लोगों ने अपने बच्चों को दवा पिलाने से मना कर दिया। इसके पीछे ग्रामीणों का तर्क था कि इस एवज में बच्चों को नसबंदी वाली दवा पिलाई जा रही है। इस तरह की अफवाह यहां बच्चों के टीकाकरण के दौरान भी उड़ चुकी है। इस अभियान में तैनात संबंधित विभागों की टीम के सदस्यों के साथ ग्रामीणों द्वारा गाली- गलौज तथा झड़प भी की गई है। कई गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया। बढ़ते विरोधाभास के कारण संबंधित टीम बैरंग स्वास्थ्य केंद्रों पर लौट गई।

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बता दें, जिले में दो माह से नसबंदी वाली दवा को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। इस अफवाह के चलते पहले ग्रामीण इलाकों में लोगों ने गर्भवती महिलाओं व बच्चों का टीकाकरण करवाने से मना कर दिया था। अब एक अप्रैल से जिले में शुरू हुए पल्स पोलियो अभियान में भी यही अफवाह एक बार फिर हावी रही। रविवार से शुरू हुए तीन दिवसीय पोलियो उन्मूलन अभियान के पहले दिन जब ग्रामीण इलाकों में संबंधित विभाग की टीम नौनिहालों को दो बूंद ¨जदगी की दवा पिलाने गई तो टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। जैसे तैसे पहले दिन स्वास्थ्य विभाग कुछ इलाकों को छोड़कर बच्चों को दवा पिलाने में कामयाब रहा तो सोमवार को ग्रामीण इलाकों में पांच साल के बच्चों को दवा पिलाने गई तो यहां लगभग दो दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने अपने बच्चों को दवा पिलाने से इंकार कर दिया। इन गांवों में साकरस, पाठखोरी, कोलगांव, धमाला, नावली, नांगल-मुबारिकपुर, रावली, पाडला, झोपड़ीबास, हिरवाड़ी, नंगली, घाटा, अगोन, रीगड़ नगीना व पुन्हाना ब्लाक के भी कई गांव शामिल हैं। जानकारों का कहना है यह राष्ट्रीय स्तर पर पोलियो रोधक अभियान को बड़ा झटका है। इस अफवाह को दूर करने के लिए धर्मगुरु व बुद्धिजीवियों को आगे आना चाहिए।

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हमारी टीम पोलियो रोधक दवा पिलाने के लिए गई थी, लेकिन ग्रामीणों ने इस दवा के जरिये नसबंदी किए जाने की बात बताकर टीम को दवा नहीं पिलाने दी गई। कई जगहों पर टीम को गाली-गलौज का भी सामना करना पड़ा है। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में डाल दिया है। यह अफवाह है।

डा. कृष्ण कुमार, एसएमओ फिरोजपुर झिरका।


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