राष्ट्रीय पहलवान भूपेंद्र की नहर में गिरने से मौत
उपमंडल के गांव बाघोत निवासी पहलवान भूपेंद्र गुर्जर की नहर में गिरने से मौत हो गई।
संवाद सहयोगी, कनीना :
उपमंडल के गांव बाघोत निवासी पहलवान भूपेंद्र गुर्जर की नहर में गिरने से मौत हो गई। 33 वर्षीय भूपेंद्र गुर्जर अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे तथा विवाहित थे। उनके एक लड़का व एक लड़की है। भूपेंद्र गुर्जर विगत 3 वर्षों से सरदार वल्लभभाई पटेल खेल एकेडमी चला रहे थे।
जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह करीब 11 बजे भूपेंद्र सिंह कैप्टन रामकिशन कोच के साथ बाघोत के पास से गुजर रही बड़ी नहर की पटरी होकर बाघोत जा रहे थे। रामकिशन के अनुसार जब वे दोनों बातें करते जा रहे थे, तभी अचानक पहलवान का पैर फिसल गया और वह नहर में जा गिरा। रामकिशन ने शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्रित हो गए। लोगों ने नहर में खोजबीन कर भूपेंद्र को बाहर निकाला। जिसे कनीना के उप नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजन वेदप्रकाश गुर्जर ने पुलिस को बयान में बताया है कि पहलवान को पैर फिसल गया था। ऐसे में पैर फिसलने से उनकी नहर में गिरने से मौत हुई है। कनीना पुलिस ने परिजनों के बयान पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई कर दी है तथा शव का पोस्टमार्टम महेंद्रगढ़ से करवाया गया है।
पहलवान भूपेंद्र सिंह कुश्ती दंगल के अच्छे पहलवान माने जाते थे। जिनका आसपास क्षेत्रों में नाम है। उन्होंने खेल एकेडमी भी चला रखी थी जिस से निकलने वाले सैकड़ों विद्यार्थी दूर-दराज तक मेडल हासिल करके आए हैं। भूपेंद्र सिंह ने विगत फरवरी माह में कुश्ती दंगल आयोजित करवाया था। जिसमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पहुंचे थे। जिससे खेल एकेडमी का नाम दूर-दराज तक पहुंचा था। यही नहीं पहलवान भूपेंद्र सिंह ने भुवनेश्वर, उड़ीसा में आयोजित कुश्ती दंगल में 22 फरवरी से 1 मार्च तक आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी 2020 में 87 किलोग्राम ग्रीकोरोमन कुश्ती प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल प्राप्त किया था।