जिले में कई जगहों पर बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि
पिछले 24 घंटे के दौरान जिला में मौसम में काफी बदलाव आया है। बारिश के साथ ओलोवृष्टि भी हुई है।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
पिछले 24 घंटे के दौरान जिला में मौसम में काफी बदलाव आया है। शुक्रवार को जिला के विभिन्न क्षेत्रों में बूंदाबांदी के साथ कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। इससे एक ओर जहां भीषण गर्मी से राहत मिली वहीं ओलावृष्टि से कपास और सब्जी की खेती को आंशिक नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने दो दिन और मौसम इसी प्रकार का रहने की संभावना जताई है। बारिश और ओलावृष्टि से अनाज मंडी में उठान नहीं होने से अनाज भीग गया। एक सप्ताह में क्षेत्र का तापमान 46 डिग्री पार पहुंचा था। शुक्रवार दोपहर बाद क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है। वहीं अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38 व न्यूनतम 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा। बृहस्पतिवार को अधिकतम 43.8 व न्यूनतम 23.8 डिग्री सेल्सियस था।
ग्रामीण क्षेत्रों में ओलावृष्टि से नुकसान:
कनीना व महेंद्रगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर बाद हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे कपास तथा चारा के साथ सब्जियों में भी नुकसान हुआ है। बारिश के बाद लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। कनीना खंड के गांव भोजावास, मोड़ी, पड़ताल व ढाणा आदि क्षेत्रों में जमकर ओलावृष्टि हुई। किसान गजराज सिंह ने बताया कि किन्नू के पौधों पर छोटे-छोटे फलों को ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। कपास की फसल को भी नुकसान हुआ है। किसानों ने प्रभावित फसलों का मुआवजा देने की मांग की है।
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ओले गिरने से फसलों पर भारी नुकसान होने की संभावना
संस, महेंद्रगढ़: दोपहर बाद तीन बजे आसमान पर छाए काले बादलों एवं तेज हवाओं के साथ वर्षा व ओलावृष्टि से जहां गर्मी से राहत मिली वहीं कुछ स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी। बालाजी चौक, विश्वकर्मा चौक, सैनिक कैंटीन के आसपास सड़क पर जलभराव हुआ। बरसात के साथ पहले छोटे साइज फिर थोड़ी देर बाद मोटे ओलों की बरसात हुई। टीनशेड पर गिरते मोटे ओले से नुकसान भी हुआ। किसानों का कहना है कि कपास की फसल को तोड़ दिया। कपास का पौधा टूट जाने के बाद दोबारा नही फूटता बल्कि नष्ट ही हो जाता है।
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ओलावृष्टि से सब्जी फसल को हुआ नुकसान
संस, मंडी अटेली : अटेली क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर बाद तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि से सब्जी के साथ टीन शेड उखड़ गये। वहीं पशु-पक्षी भी घायल हो गए। क्षेत्र के गांव मोहलड़ा, राता, खारीवाड़ा, कारिया, गढी-रूथल, गुजरवास व मोहनपुर आदि गांवों में ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। गांव खारीवाड़ा के सरपंच बीर सिंह ने बताया कि तेज अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि से अनेक पक्षियों की अकाल मौत हो गई। पशु भी ओलावृष्टि से घायल हो गए। मोहलड़ा निवासी रवींद्र ने बताया कि अंधड़ से उनकी टीन शेड उखड़ गई। वहीं टीन शेड में छेद हो गए। गाड़ी के सीसे भी टूट गए हैं।