अस्थायी बस स्टैंड पर कम नहीं हो रहा ओवरलोड वाहनों का आवागमन
जाम की सबसे विकट स्थिति भी नांगल चौधरी अस्थायी बस स्टैंड पर बनी है। जहां दिनभर निकलने वाले सैकड़ों ओवरलोड वाहनों ने बस स्टैंड की रंगत ही बिगाड़कर रख दी है।
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी: शहर के अस्थायी बस स्टैंड टी-प्वाइंट पर हादसों की आशंका कम नहीं हो रही है। जल्दबाजी में बस स्टैंड टी-प्वाइंट पर दो वाहनों के टकराने से एक स्कूली छात्रा बाल-बाल बच गई। यहां हादसे व जाम का कारण भी ओवरलोड का अफरा-तफरी में निकलना है।
वाहन टकराने पर चालक भी झगड़ने पर उतारू हो जाते हैं। इससे जहां बस स्टैंड का माहौल बिगड़ रहा है। वही जाम से निकलना दुष्कर बन जाता है। दुकानदारों ने पुलिस अधीक्षक से अस्थायी बस स्टैंड पर यातायात पुलिस की तैनाती की मांग की है।
अधिक संख्या में ओवरलोड वाहनों के आवागमन से गत काफी दिनों से नांगल चौधरी शहर जाम से जूझ रहा है। जाम की सबसे विकट स्थिति भी नांगल चौधरी अस्थायी बस स्टैंड पर बनी है। जहां दिनभर निकलने वाले सैकड़ों ओवरलोड वाहनों ने बस स्टैंड की रंगत ही बिगाड़कर रख दी है। माफिया द्वारा संचालन ओवरलोड वाहनों की अफरा-तफरी बस स्टैंड पर खड़े यात्रियों के जीवन पर भारी पड़ रही है। सूत्र बताते है यहां खड़े माफिया खुद के ओवरलोड वाहनों को निकालने के लिए एक ओर के ट्रैफिक को रोक देते हैं। इससे काफी समय तक वाहनों के पहिए थम जाते हैं। माफियाओं के क्रशर रोड़ियों से भरें डंपरों के गुजरने के बाद ही माफिया गुड्स कैरियर के वाहनों को निकलने देते हैं। दो वाहन टकराने पर बाल-बाल बची छात्रा के कारण दुकानदारों ने रोष व्यक्त किया। दुकानदारों का आरोप है कि पुलिस ओवरलोड वाहनों के संचालन पर रोक नहीं लगा रही है। जिससे दिन के समय में भी तंग बाजारों से रोड़ियां-पत्थर भरे वाहन निकलते रहते है। क्षमता से अधिक रोड़ियां भरने से बाजार में गिरती रहती है।