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गौ वंश संरक्षण में युवाओं की अनूठी पहल

खंड के गांव जवाहरनगर के युवाओं ने गोरक्षा दल के सदस्यों के साथ मिलकर गांव की सीमा में घूमने वाले असहाय व हादसों में घायल हुए गोवंश की मदद के लिए एक नई पहल शुरू की है। गांव के युवा गोरक्षा दल के सदस्यों के साथ मिलकर आवारा घूमने वाले ऐसे गोवंश की पहचान करते है जो शारीरिक रूप से असहाय है तथा सड़क पर वाहनों की चपेट मे आकर घायल हुए है। ऐसे गोवंश को युवा व दल के सदस्य मिलकर प्रदेश के एकमात्र गो चिकित्सालय जो झज्जर जिले के दादरी तोए में स्थित है, वहां पहुंचाने का कार्य कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Aug 2018 07:49 PM (IST)Updated: Sun, 19 Aug 2018 07:49 PM (IST)
गौ वंश संरक्षण में युवाओं की अनूठी पहल

एलसी वालिया, सतनाली :

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मन में सेवा का भाव और हाथों में कुछ कर गुजरने का जज्बा। मिशन बस एक ही कि किसी भी तरह आवारा गौ वंश का संरक्षण व सेवा। यह अनूठी व सराहनीय पहल है सतनाली के युवाओं की। खास बात ये भी कि इस मिशन से अधिकांश युवा ही जुड़े हैं। पहल शुरू की है खंड के गांव जवाहरनगर के युवाओं ने। गांव की सीमा में घूमने वाले असहाय व हादसों में घायल हुए गोवंश की मदद को युवाओं की इस टोली का हर हाथ राउंड द क्लॉक तत्पर रहता है।

दरअसल, गांव व आसपास घूमते आवारा गौ वंश को लेकर कुछ युवाओं के मन में टीस थी। युवा शक्ति जवाहरनगर ने सेवा सुश्रुखा और असहाय और सड़क पर वाहनों की चपेट में आकर घायल हुए गौ वंश को प्रदेश के एकमात्र गौ चिकित्सालय झज्जर जिले के दादरी तोए में पहुंचाने की पहल शुरू की। पहल रंग लाई। हाथ से हाथ मिले और एक टीम तैयार हो गई। इस टीम में मोती राठौड़, फतेह ¨सह, ¨पकू, मोहन राठौड़, संजय पहलवान, अजय, सुनील कुमार सहित अनेक युवा और शामिल हो गए। अभी सभी युवा आवारा घूमने वाले ऐसे गोवंश की पहचान करते हैं और जो शारीरिक रूप से असहाय है तथा सड़क पर वाहनों की चपेट मे आकर घायल हुए हैं ऐसे गोवंश को युवा दल के सदस्य मिलकर प्रदेश के एकमात्र गो चिकित्सालय जो झज्जर जिले के दादरी तोए में पहुंचाते हैं। इतना ही नहीं गौ वंश को गौ चिकित्सालय में पहुंचाने के बाद उसके उपचार व देखरेख के लिए युवा मिलकर धनराशि एकत्रित करते हैं तथा उसे चिकित्सालय में दान स्वरूप भेंट कर दिया जाता है। टीम से जुड़े शक्ति जवाहरनगर के मुताबिक शारीरिक रूप से असक्षम व हादसों में घायल हुए या बीमार गोवंश की पहचान कर गोकुल धाम गौ सेवा महातीर्थ दादरी तोय को दूरभाष पर सूचित किया जाता है। इसके बाद चिकित्सालय की एंबुलेंस गांव में पहुंचकर गौ वंश को उपचार देने के बाद उसे ले जाती है। वहां गौवंश का उपचार व देखभाल की जाती है। बकौल शक्ति युवा व दल के सदस्य मिलकर चिकित्सालय को कुछ धनराशि भी एकत्रित करके देते हैं ताकि भेजे जाने वाले गौ वंश के उपचार व देखभाल में कोताही नहीं हो।


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