बैठक का कोरम पूरा नहीं, चुनाव अधिकारी बीमार, प्रधान चुनाव लटका
नगर पालिका अटेली के प्रधान व उप प्रधान के चुनाव की चौथी बैठक में भी नगर की सरकार नहीं बन पाई है। अटेली नगर पालिका का चेयरमैन पद का चुनाव बुधवार को चौथी बार फिर से स्थगित हो गया। जिसका मुख्य कारण चुनाव अधिकारी नही पहुंचने का रहा। प्रशासन की ओर से सुबह 11 बजे वार्ड के पार्षदों को चेयरमैन पद के चुनाव के लिए बुलाया गया था लेकिन तीन बजे तक न तो चुनाव अधिकारी नगर पालिका पहुंचे और न ही पार्षद उपस्थित हुए। इससे पहले की बात की जाए तो दो बार कोरम पूरा होने से दो बार बैठक स्थगित हो गई वहीं दो बार चुनाव अधिकारी बीमार होने से बैठक को स्थगित करना पड़ा।
संवाद सहयोगी, मंडी अटेली :
नगर पालिका अटेली के प्रधान व उप प्रधान के चुनाव की चौथी बैठक में भी नगर की सरकार नहीं बन पाई है। अटेली नगर पालिका का चेयरमैन पद का चुनाव बुधवार को चौथी बार फिर से स्थगित हो गया। जिसका मुख्य कारण चुनाव अधिकारी नहीं पहुंचने का रहा। प्रशासन की ओर से सुबह 11 बजे वार्ड के पार्षदों को चेयरमैन पद के चुनाव के लिए बुलाया गया था लेकिन तीन बजे तक न तो चुनाव अधिकारी नगर पालिका पहुंचे और न ही पार्षद उपस्थित हुए। इससे पहले की बात की जाए तो दो बार कोरम पूरा होने से दो बार बैठक स्थगित हो गई वहीं दो बार चुनाव अधिकारी बीमार होने से बैठक को स्थगित करना पड़ा।
पांच माह से प्रधान व उप प्रधान का चुनाव न होने से अटेली कस्बा में विकास काम ठप पड़े हैं।
नगर पालिका के चेयरमैन का चुनाव विशेष बैठक में ही संपन्न किये जा सकते हैं और विशेष बैठक में कोरम का होना जरूरी है। ऐसे में चेयरमैन बनने के लिए कोरम का पूरा होना जरूरी है।
खेमों में बटे पार्षद एक दूसरे के खेमे में आने को तैयार नहीं हो रहे हैं। पूरा प्रयास करने के बावजदू एक-पक्ष दूसरे पक्ष के पार्षदों को अपनी ओर लाने में सफल नहीं हो रहा है। जिससे पार्षदों ने बैठक में हिस्सा लेना ही बंद कर दिया है। नगर पालिका पार्षदों का चुनाव 13 मई को हुए थे। पांच माह से नगर पालिका के प्रधान व उप प्रधान का चुनाव नहीं हो पाया है। नगर पालिका की पहली चुनाव बैठक 14 जून को हुई जिसमें चुनाव अधिकारी न पहुंचने के कारण बैठक रद कर दी गई। इसके बाद 23 जुलाई को चुनाव बैठक हुई जिसमें 6 पार्षद वोट डालने पहुंचे। कोरम के अभाव में बैठक स्थगित कर दी गई। इसके बाद तीसरी बैठक 15 सितंबर को होनी निश्चित हुई लेकिन कोई पार्षद न पहुंचने पर उसे रद कर दिया गया। अब 3 अक्टूबर को चुनावी बैठक हुई। इसमें ना तो चुनाव अधिकारी पहुंचा और ना ही पार्षद। पहले वाली बैठक की तरह यह बैठक भी रद हो गई।