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मोदी ने खिलाए सरसों के फूल, इतरा रहे किसान

सरसों की बुआई अक्टूबर माह में होती है। पचास दिन बाद फूल खिलता है। कटाई मार्च माह में होती है पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में गुरूवार को बेमौसम फसल सरसों की फसल को लेकर खुशनुमा माहौल जैसा नजारा देखने को मिला। गांव गाहडा के किसान ज्ञानीराम, राजेंद्र, कृष्ण कुमार, गजराज आदि अपने खेतों पर धरती सुनहरी, अम्बर नीला हर मौसम रंगीला ऐसा देश है मेरा, मोदी के खिलाए सरसों के पीले फूल। फूलों पर रंग बिरंगी तितलियां भी मंडराने लगीं हैं.. गीत गुणगुणाकर इठलाते हुए दिखाए आए। बोले कि- भले ही सरसों की फसल की बुआई अभी शुरु न हुई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एसएसपी) 4000 रुपए प्रति ¨क्वटल से 4200 रुपए प्रति ¨क्वटल कर उन्हें नवरात्र का गिफ्ट दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Oct 2018 06:35 PM (IST)Updated: Thu, 04 Oct 2018 06:35 PM (IST)
मोदी ने खिलाए सरसों के फूल, इतरा रहे किसान
मोदी ने खिलाए सरसों के फूल, इतरा रहे किसान

संजीव जैन, नारनौल :

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सरसों की बुआई अक्टूबर माह में होती है। पचास दिन बाद फूल खिलता है। कटाई मार्च माह में होती है पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में गुरुवार को बेमौसम सरसों की फसल को लेकर खुशनुमा माहौल जैसा नजारा देखने को मिला। गांव गाहडा के किसान ज्ञानीराम, राजेंद्र, कृष्ण कुमार, गजराज आदि अपने खेतों पर धरती सुनहरी, अम्बर नीला हर मौसम रंगीला ऐसा देश है मेरा, मोदी के खिलाए सरसों के पीले फूल। फूलों पर रंग बिरंगी तितलियां भी मंडराने लगीं हैं.. गीत गुनगुनाकर इठलाते हुए दिखाई दिए। बोले कि- भले ही सरसों की फसल की बुआई अभी शुरू न हुई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एसएसपी) 4000 रुपये प्रति क्विंटल से 4200 रुपए प्रति क्विंटल कर उन्हें नवरात्र का तोहफा दिया है।

सरसों का सरताज बनेगा महेंद्रगढ़

राज्य में इस बार सरसों बिजाई का लक्ष्य 6.12 लाख हेक्टेयर है। भिवानी में सर्वाधिक 1.62 लाख हेक्टेयर, महेंद्रगढ़ में 72.35 हजार हेक्टेयर, रेवाड़ी में 67.10 हजार हेक्टेयर समेत 22 जिलों में सरसों का उत्पादन होगा। पिछली बार महेंद्रगढ़ में 12 लाख क्विंटल सरसों का उत्पादन हुआ, जो इस बार भिवानी से आगे निकलने की संभावना है।

अकेले महेंद्रगढ़ में 24 करोड़ का फायदा

बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार आदि को लेकर अभी हाल में गैर भाजपा दलों द्वारा किए गए हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर हुए प्रदर्शन, दो दिन पहले दिल्ली में उप्र सीमा पर किसानों को रोके जाने को लेकर विभिन्न स्थानों पर भड़के आक्रोश के बीच आगामी 9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सांपला कार्यक्रम को लेकर भाजपाई तनाव में थे। वजह भी थी कि राजस्थान में अभी हाल में विधानसभा चुनाव होना है। इस राज्य की तीस विधानसभा सीट ऐसी हैं, जो हरियाणा के उन जिलों की सीमा पर पड़ती है जो सरसों उत्पादन में अन्य जिलों की तुलना में नंबर वन है। ऐसे में गेंहू का एमएसपी 105 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया जबकि सरसों का 200 रुपये प्रति क्विंटल। बाजार में गुरुवार को सरसों 3700-3825 रुपये प्रति क्विंटल रही, यानि घोषित एसएमपी से 500 रुपये कम। महेंद्रगढ़ में सरसों उत्पादक किसान डेढ़ लाख हैं। पिछली बार का 12 लाख ¨क्वटल उत्पादन इस बार मान लिया जाए तो किसानों को 24 करोड़ रुपये का लाभ होगा। ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो प्रधानमंत्री ने अपने सांपला कार्यक्रम से पहले ही कमल की चमक बढ़ा दी है।


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