रविवार को एक बार फिर से दिखाई देगा वलयकार सूर्य ग्रहण
आगामी 21 जून रविवार को भारत एक बार फिर वलयकार सूर्य ग्रहण का गवाह बनने जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नारनौल : आगामी 21 जून रविवार को भारत एक बार फिर वलयकार सूर्य ग्रहण का गवाह बनने जा रहा है। हरियाणा विज्ञान मंच के जिला संयोजक धर्मपाल शर्मा ने बताया कि इक्कीस जून को सुबह दस बजकर बारह मिनट पर यह सूर्य ग्रहण राजस्थान के हरसाना से शुरू होगा 11 बजकर 50 मिनट पर वलयकार आकृति बनेगी। जोकि हरियाणा के कुरुक्षेत्र से होकर उत्तर प्रदेश उतराखंड में दिखाई देगा। 21 जून को दो बड़ी खगोलीय घटनाएं होने जा रही है। एक वलयकार सूर्य ग्रहण तथा एक सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर आ जाएगा। इससे यह दिन साल का सबसे बड़ा दिन होगा। उन्होंने बताया कि जब सूर्य और पृथ्वी के मध्य चंद्रमा आ जाता है जब चंद्रमा की छाया सूर्य आधे से ज्यादा हिस्से को ढक लेता है। सूर्य कंगन की तरह दिखाई देता है। इस सूर्य ग्रहण को रिग आफ फायर भी कहा जाता है। 21 जून को भी कंगनाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस वर्ष 21 जून को यह तीसरा ग्रहण होने जा रहा है। इससे पहले इस वर्ष दो चंद्रग्रहण हो चुके हैं। सूर्य ग्रहण में अद्भुत नजारा दिखाई देगा। इस सूर्य ग्रहण की अवधि तीन घंटे से अधिक है। इस सूर्य ग्रहण में चंद्रमा की छाया 99 प्रतिशत सूर्य के भाग को ढक लेगी। चंद्रमा अपनी छाया सूर्य के केंद्र के साथ मिलकर इसके चारों ओर वलयकार आकृति बना देगा। सूर्य का बाकी बचा भाग सोने के कंगन की तरह चमकता दिखाईं देगा। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सनग्लास या तैयार किये गये चश्मों से सूर्य ग्रहण को देखें। यह एक प्राकृतिक घटना है खगोलीय घटना है। समाज में अंधविश्वास न फैलाते हुए हमें अपने सभी कार्य सामान्य दिन की तरह कर सकते हैं। केवल सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से ना देखें।