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मंदिर कमेटी व पुलिस विभाग के बीच फंसे मूक प्राणी, लगातार मौत

सुनील कुमार, नारनौल : रघुनाथपुरा स्थित हनुमान मंदिर कमेटी व पुलिस विभाग के चंदे के विवा

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Dec 2017 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 19 Dec 2017 06:27 PM (IST)
मंदिर कमेटी व पुलिस विभाग के बीच फंसे मूक प्राणी, लगातार मौत

सुनील कुमार, नारनौल :

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रघुनाथपुरा स्थित हनुमान मंदिर कमेटी व पुलिस विभाग के चंदे के विवाद में हंस तालाब के मूक प्राणी फंसे हैं। इसी विवाद के चलते इन मूक प्राणियों का कोई धणीधोरी नहीं है। पर्याप्त खाना नहीं मिलने और रोगग्रस्त होकर आए दिन पक्षियों व जानवरों की मौत हो रही है। करीब 50 से अधिक जानवरों व पक्षियों की मौत हो चुकी है। जानवरों की मौत को लेकर न तो मंदिर कमेटी गंभीर है न ही पुलिस प्रशासन। भोजन के अभाव में जानवर व पक्षी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के रहमो करम पर निर्भर हैं। मंदिर के प्रसाद को खाने से जानवरों व पक्षियों को खुजली जैसा रोग भी हो रहा है।

करीब एक वर्ष पहले गांव रघुनाथपुरा की पहाड़ियों में बने हनुमान मंदिर को तत्कालीन एसपी हामिद अख्तर ने पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू किया था। मंदिर के पास ही फाय¨रग रेंज है। पुलिस कर्मियों ने आस-पास पार्क आदि विकसित किए। इसी दौरान यहां पर हंस तालाब भी बनाया गया। तालाब में विभिन्न प्रकार के पक्षी व जानवर लाकर छोड़े गए थे। जब तक एसपी हामिद अख्तर यहां थे इन जानवरों की पूरी देखभाल की जाती थी, लेकिन जैसे ही एसपी का तबादला हुआ इन जानवरों व पक्षियों की शामत आ गई। बता दें कि हनुमान मंदिर के चंदे को लेकर पुलिस विभाग व मंदिर कमेटी में विवाद रहा है। मंदिर कमेटी की बजाय अब चंदे के रुपये पुलिस विभाग के खजाने में जा रहे हैं। पुलिस विभाग के खजाने में रुपये तो जमा हो रहे हैं लेकिन जानवरों व पक्षियों की कोई सुध नहीं ले रहा है। इससे आए दिन जानवरों व पक्षियों की मौत हो रही हैं।

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बाक्स :

रात को जंगली जानवरों का खतरा ::

हंस तालाब में बंद जानवरों को खाने के साथ-साथ सुरक्षा का भी खतरा रहता है। हालांकि सुरक्षा के लिए यहां पर का¨रदे तैनात हैं लेकिन रात को ठीक तरह से सुरक्षा नहीं होने से आए दिन कोई न कोई जंगली जानवर हंस तालाब में घुस जाता है और किसी न किसी जानवर या पक्षी को ग्रास बना लेता है। तालाब में दर्शकों को खींचने के लिए यहां पर पानी आदि डालकर रंगीन मछलियां आदि डाली गई थी, लेकिन काफी दिनों से तालाब का पानी नहीं बदले जाने से पानी सड़ांध मारने लगा है। इस पानी को पीने से भी पक्षी व जानवर बीमार हो रहे हैं।

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वर्जन:

पक्षियों व जानवरों की मौत को लेकर पुलिस विभाग पूरा सजग है। इस मामले को लेकर मैं खुद फाय¨रग रेंज पर जाऊंगा। पक्षियों व जानवरों की मौत किसी हाल में नहीं होने दी जाएगी। चिकित्सक व खाने की उचित व्यवस्था की जाएगी।

--कमलदीप गोयल, एसपी, नारनौल।


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