नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले पाकिस्तान की घटना से सबक लें
नागरिकता संशोधन कानून भारत में लागू होने के बाद से तिलमिलाए पाकिस्तान के पहले सिखों के पवित्र स्थल ननकाना साहिब पर पत्थरबाजी और उसके बाद सिख युवक की हत्या के मामले पर नागरिक संशोधन कानून का विरोध करने वाले लोगों को सबक लेना चाहिए।
जागरण संवाददाता, नारनौल : नागरिकता संशोधन कानून भारत में लागू होने के बाद से तिलमिलाए पाकिस्तान में, पहले सिखों के पवित्र स्थल ननकाना साहिब पर पत्थरबाजी और उसके बाद सिख युवक की हत्या के मामले पर नागरिक संशोधन कानून का विरोध करने वाले लोगों को सबक लेना चाहिए।
उक्त बात प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा के नारनौल आवास पर कही। इस मौके पर पूर्व मंत्री कैलाश शर्मा भी उपस्थित थे।
मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि भारत के विपक्षी दलों को समझ ही नहीं है कि नागरिकता संशोधन कानून क्या है। भारत में नागरिकता संशोधन कानून लागू ही इसलिए किया है ताकि पड़ोसी देशों में प्रताड़ित लोगों को अच्छी जिदगी दी जा सके। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून देश में मील का पत्थर साबित होगा। इससे किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं जाएगी। कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर देश में दंगा व भय पैदाकर अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने जेएनयू में छात्रों को भड़का कर अपना राजनीतिक लाभ लेने की जो चाल चली है वह कांग्रेस को ही उल्टी पड़ेगी। पूर्व मंत्री कैलाश शर्मा व पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में देश व प्रदेश उन्नति और विकास की राह पर है।