Move to Jagran APP

नजरों से हटा लो, भरोसे के कातिल को

नजरों से हटा लो, इस भरोसे के कातिल को। जिस जज का अंगरक्षक था, इसने उसी के घर को उजाड़ दिया। जज की पत्नी व बेटे को गोली मारते हुए क्या इसके हाथ नहीं कांपे? करीब तीन वर्ष पहले गांव भुगांरका में धर्मपरिवर्तन के लिए काउंस¨लग कैंप भी इसी के गुरु इंद्रराज ¨सह ने लगवाया था। तब भी इसने अपने गांव के लोगों का भरोसा तोड़ा था। वहीं काम इसने अब किया है। यह भरोसे के काबिल नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 06:56 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 06:56 PM (IST)
नजरों से हटा लो, भरोसे के कातिल को
नजरों से हटा लो, भरोसे के कातिल को

संजीव जैन, नारनौल :

loksabha election banner

नजरों से हटा लो, इस भरोसे के कातिल को। जिन जज का अंगरक्षक था, इसने उन्हीं के घर को उजाड़ दिया। जज की पत्नी व बेटे को गोली मारते हुए क्या इसके हाथ नहीं क ांपे? करीब तीन वर्ष पहले गांव भुगांरका में धर्म परिवर्तन के लिए काउंसि¨लग कैंप भी इसी के गुरु इंद्रराज ¨सह ने लगवाया था। तब भी इसने अपने गांव के लोगों का भरोसा तोड़ा था।

गुरुग्राम जज की पत्नी व बेटे पर गोली चलाने वाले हेड कांस्टेबल महिपाल को चार दिन की पुलिस रिमांड लेने के बाद एसआइटी की टीम व गुरुग्राम पुलिस उसे एक गुप्त स्थान पर ले गई। यहां पहले से ही उसके गांव के भुगांरका, मामा के गांव कोसली व ससुराल के रेवाड़ी जिला स्थित गांव रोजका से करीब 20 लोगों समक्ष उसकी शिनाख्त परेड करवाई गई। हिरासत में लिए गए उसके मौसेरे भाई राजेश, मां सविता उर्फ त्रिपति व करीब 10 मित्रों से भी उसका सामना करवाया गया पर आरोपित खामोश रहा। ग्रामीणों ने उसी के मुहं पर कहा कि अगर तीन वर्ष पहले गांव में जब धर्म परिवर्तन को लेकर हुए हंगामे में तेरे साथ रहने वाले का नाम आया था, तभी सुधर जाता तो आज यह दिन न देखना पड़ता।

मां है राजदार ?

सूत्रों की माने तो महिपाल अधिकांश प्रश्नों का जबाव देने का तैयार नहीं है। उसकी मां, मौसेरा भाई व मित्रों का भी यहीं हाल है। घटना के दिन उसकी मां कोसली में थी और उसने राजेश को फोन किया। मित्रों के साथ वह कार में घूमा। फेसबुक पर घटना से एक दिन पहले यानि रात को 10:09 मिनट पर उसने हाथ से लिखा एक कागज पोस्ट किया, जिसमें आरडी लिखकर काट दिया गया। पुलिस आर का मतलब रितू यानि जज की पत्नी व डी से ध्रुव यानि जज का बेटा मान रही है। इस पोस्ट में 2150 भी लिखा हुआ है। घटना के दिन महिपाल दोपहर 2:50 पर रितू व ध्रुव को लेकर शा¨पग के लिए चला। प्राइवेट कार को भी वह पुलिस ड्रेस में स्वयं चला रहा था। जिस तरह पोस्ट में कुछ कोड बनाए है, उसको देखकर लग रहा है कि आरोपी ने सबकुछ योजनाबद्ध किया है। अगर महिपाल ने तनाव में रहते हुए यह सब किया है तो वह मौका- ए वारदात से क्यों भागा, उसने अपने भाई को फोन क्यों किया, वह अपने मित्रों के साथ कार में क्यों घूमा। इस सब के बारे में मां जानती होगी, लेकिन वह कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। पत्नी से झगड़ा चल रहा है। ऐसे में मां से पूछताछ चल रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.