पंकज फौजी ने लिखी दरिदंगी की पटकथा
सामूहिक दुष्कर्म कांड में ज्यो-ज्यो पुलिस की तफ्तीश बढ़ रही है त्यो-त्यो एक के बाद एक राज उजागर हो रहे है। पुलिस सूत्रों की माने तो मुख्य आरोपित पंकज फौजी ने इस दरिदंगी की पटकथा लिखी थी। पूछताछ में उसने कई ऐसे राज उगले है जो पुलिस के लिए काफी चौकानें वाले है हालांकि इस दौरान आरोपित मनीष खामोश रहा। उसके जीजा द्वारा सरंक्षण दिए जाने को लेकर पुलिस ने उससे कई सवाल दागे जिस पर उसने स्वीकार किया की उसे पुलिस गिरफ्त से बचाने के लिए जीजा ने सहयोग किया था।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
सामूहिक दुष्कर्म कांड में ज्यों-ज्यों पुलिस की तफ्तीश बढ़ रही है त्यों-त्यों एक के बाद एक राज उजागर हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो मुख्य आरोपित पंकज फौजी ने इस दरिंदगी की पटकथा लिखी थी। पूछताछ में उसने कई ऐसे राज उगले हैं जो पुलिस के लिए काफी चौंकाने वाले हैं हालांकि इस दौरान आरोपित मनीष खामोश रहा। उसके जीजा द्वारा सरंक्षण दिए जाने को लेकर पुलिस ने उससे कई सवाल दागे जिस पर उसने स्वीकार किया की उसे पुलिस गिरफ्त से बचाने के लिए जीजा ने सहयोग किया था।
उधर पुलिस ने इस मामले गिरफ्तार किए गए छह आरोपितों में से चार का डीएनए टेस्ट कराकर मधुबन लैंब भेज दिया है। घटना का पता होते हुए भी छिपाने के आरोप में इस मामले में ही उड़ीसा से गिरफ्तार किए गए छटे आरोपित सैनिक नवीन उर्फ निक्की को कोर्ट से जमानत मिल गई है। रिमांड पर लिए गए मुख्य आरोपित निशू फौगाट को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि आरोपित आरएमपी डॉ. संजीव कुमार ने कोर्ट ने जमानत अर्जी लगाई थी लेकिन अदालत ने अर्जी को खारिज कर दिया।
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निशू जानता है दूसरा मोबाइल कहां :
पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपित पंकज ने कई राज उगले। उसने बताया कि जिस मोबाइल फोन की तलाश पुलिस कर रही है वास्तव में उसके बारे में निशू ही सबकुछ जानता है। पुलिस ने शुक्रवार को निशू द्वारा दिए गए बयान का हवाला देते हुए उससे क्रास प्रश्न किया लेकिन पंकज फौजी इतना शातिर था कि वह खामोश हो गया। पुलिस के अनुसार जब उससे कई और सवाल किए गए तो उनके जबाव में उसने चुप्पी साध ली। आरोपित मनीष तो चुपचाप बैठा रहा उसने अपने जीजा के सरंक्षण देने की बात जरूर स्वीकार की। पुलिस इन दोनों आरोपितों को लेकर घटनास्थल से जुड़े स्थानों पर लेकर गई। पुलिस सूत्रों की माने तो पुलिस के हाथ अह्म सुराग लगे हैं। सूत्रों की माने तो पंकज फौजी से हुई पूछताछ के आधार पर अभी पुलिस इस मामले में कुछ और आरोपितों को गिरफ्तार कर सकती है। इस बाबत पीड़िता की मां ने भी नामजद आरोपितों के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस से यह बात बोली भी है इस मामले में कुछ और आरोपित भी शामिल हैं।
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डीएनए टेस्ट नहीं कराना चाहते थे आरोपित
पुलिस ने महेंद्रगढ़ उप नागरिक अस्पताल में तीन आरोपितों पंकज फौजी, मनीष, नवीन उर्फ निक्की के मंगलवार को डीएनए टेस्ट करवाए जबकि इस मामले में निशू का डीएनए टेस्ट पहले ही हो चुका था। डॉक्टरों की माने तो पंकज फौजी अपना डीएनए टेस्ट नहीं करवाना चाहता था। जबकि नवीन उर्फ निक्की ने बिना विरोध के अपना डीएनए सैंपल दिया। यह सैंपल जांच के लिए मधुबन लैंब भेजे गए हैं। जिनकी रिपोर्ट आने पर ही वारदात से जुड़े कुछ पहलुओं के सच सामने आएंगे।
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उड़ीसा से गिरफ्तार हुआ निक्की, कोर्ट से जमानत
इस मामले में सैनिक नवीन उर्फ निक्की को पुलिस के अनुसार को सब कुछ मालुम था, लेकिन उसने पूरा घटनाक्रम छिपा लिया। आरोपित ने नवीन को फोन पर यह जानकारी दी थी। एसआइटी की टीम ने उड़ीसा से नवीन को गिरफ्तार किया। डीएनए टेस्ट करवाने के बाद पुलिस ने निक्की को न्यायधीश पीयूष शर्मा की अदालत में पेश किया जहां निक्की के वकील साथ ही उसकी जमानत अर्जी दी। अर्जी को अदालत ने मंजूर करते हुए जमानत दे दी। झोलाछाप डाक्टर की जमानत अर्जी खारिज
कोर्ट में इस कांड में आरोपित आरएमपी डॉ. संजीव की ओर से उसके वकील ने जमानत अर्जी दी थी। जिसे अदालत ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज होने पर अर्जी को खारिज कर दिया। पुलिस ने भी अपनी रिपोर्ट में जमानत का विरोध किया था। निशू गया जेल :
इस कांड के मुख्य आरोपित निशू को नौ दिन के पुलिस रिमांड के बाद मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। जहां से अदालत ने आरोपित को दो बार रिमांड पर भेजे जाने के बाद तीसरी बार न्यायिक हिरासत में भेज दिया। निशू को अदालत द्वारा पहले पांच दिन व दूसरी बार चार दिन के रिमांड पर भेजा गया था। आज उठ सकता कई राज से पर्दा
इस कांड में आरोपित पंकज फौजी व मनीष 27 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर है सूत्रों की माने तो पुलिस बुधवार को दोनों आरोपितों कई स्थानों पर लेकर जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि दूसरा मोबाइल भी बरामद होगा। और कांड से जुड़े कई राज से भी पर्दा हटेगा।