अटेली में 50 फुट ऊंचे रावण के पुतले का दहन, भगवान राम की निकाली झांकी
क्षेत्र में दशहरे के पर्व पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। 22 साल बाद अटेली में 50 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है।
संवाद सहयोगी, मंडी अटेली: क्षेत्र में दशहरे के पर्व पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। 22 साल बाद अटेली में 50 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है। क्षेत्र के लोग सायं होने का इंतजार करते देखे गए और उनके मन में जलते हुए रावण को देखने की उत्सुकता भी बनी रही। इस त्योहार से निश्चित ही हमें सत्य मार्ग पर चलने तथा बुराई का सामना करने की प्रेरणा मिलती है। दस दिन चली रामलीला में स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। रावण का पुतला रेवाड़ी से बनवाया गया है। पूरे शहर में भगवान श्री राम की झांकी निकाली गई। उधर राव नेतराम पब्लिक स्कूल में दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन किया। स्कूल में विद्यार्थियों द्वारा ही रावण का पुतला तैयार किया और प्रागंण में दहन किया गया। इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन सुभाष यादव ने बताया कि इस त्योहार का मुख्य आशय असत्य पर सत्य की जीत है तथा बुराई पर अच्छाई की जीत। उन्होंने बताया कि इस दिन राम ने रावण का वध किया था। सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश देने वाला त्योहार मनाया जाता रहा है। अश्वनी मास के शुक्ल पक्ष की दशमी है और क्षेत्र में दशहरे का पर्व पारंपरिक रूप से मनाया जा रहा है। भगवान राम ने इसी दिन अधर्म के मार्ग पर चल रहे लंकापति रावण का वध किया था। ऐतिहासिक मान्यताओं तथा हिदुओं के प्रसिद्ध धर्म ग्रंथ रामायण में ऐसा उल्लेख है कि भगवान राम ने रावण को मारने के लिए देवी चंडी की पूजा की थी। इसलिए नवरात्र में नौ दिन देवी की पूजा की जाती है और दसवें दिन अहंकारी और अधर्मी रावण का पुतला जलाया जाता है।