ई-पंचायत प्रणाली के विरोध में सरपंच-सचिवों का धरना
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी: पंचायतों में लागू की गई ई पंचायत प्रणाली के विरोध में खंड की स
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी:
पंचायतों में लागू की गई ई पंचायत प्रणाली के विरोध में खंड की सभी पंचायतों के सरपंच मंगलवार को एकत्रित होकर खंड कार्यालय प्रांगण पर धरने पर बैठ गए। सरपंचों व ग्राम सचिवों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर पर सरपंचों की मांगें पूरी नहीं करने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तब यह विरोध व धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस दौरान बनिहाड़ी के सरपंच निहाल ¨सह दहिया ने कहा कि सरकार ने सरपंचों व ग्राम सचिवों की मांगों को मानने की बजाय उन्हें धरने पर बैठने के लिए विवश कर दिया है। उन्होनें कहा कि सरपंचों ने ई-पंचायत सहित दस मांगों को लेकर मु?ख्यमंत्री से वार्तालाप कर मांगों पर सहमति बनाने का प्रयास किया था, लेकिन मु?ख्यमंत्री ने उनको अपमानित करने का काम किया है। सेवाराम ने भी कहा कि सरपंच गांव के मुखिया होते हैं। वे गांव के विकास व उन्नति के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं। ऐसे में सरपंचों की समस्या का समाधान करना सरकार का दायित्व बनता है। उन्होंने कहा कि सरकार ई-पंचायत प्रणाली के तहत पंचायतों का विकास कार्य तो करवाना चाहती है, लेकिन इस प्रणाली के तहत काम करने के लिए न तो गांवों में पर्याप्त सुविधाएं है और न ही कंप्यूटर चलाने का सरपंचों को अनुभव है, इसलिए इस व्यवस्था का तत्काल लागू करना उचित नहीं है। इसके अलावा सरपंचों की अन्य मांगों को नजरअंदाज करना सरपंचों का अपमान है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।धरने पर करीब सभी पंचायतों के सरपंचों व ग्राम सचिव उपस्थित रहे।