राम लला हम आएंगे मंदिर भव्य बनाएंगे
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की आधारशिला को लेकर उत्साह का माहौल बनने लगा है।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की आधारशिला को लेकर उत्साह का माहौल बनने लगा है। धार्मिक आस्था से जुड़े लोगों में राम लला हम आएंगे मंदिर भव्य बनाएंगे के जयघोष गूंजने लगे हैं। श्रीराम मंदिर निर्माण की आधारशिला में देशभर से आने वाली मिट्टी और पवित्र जल में जिला महेंद्रगढ़ के पवित्र स्थलों का मिट्टी व जल भी सम्मिलित होगा। इसके लिए मंदिर की मिट्टी और कुएं का जल एकत्रित करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। जिला के विभिन्न प्राचीन मंदिरों और पवित्र स्थलों से एकत्रित किए सामान के साथ श्रद्धालु जयघोष के साथ अयोध्या के लिए रवाना भी होंगे।
नारनौल के ऐतिहासिक सूर्य नारायण मंदिर से मंदिर की मिट्टी और कुएं का जल अयोध्या पहुंचना नारनौल का सौभाग्य होगा। नारनौल का सूर्य नारायण मंदिर सबसे प्राचीन एवं सर्व समाज पूज्यनीय भगवान सूर्य नारयण जी महाराज का मंदिर हैं। मंदिर के प्रति आस्था रखने वालों का कहना है कि यह मंदिर करीब एक हजार वर्ष पुराना है। मंदिर से पूरे प्रदेश के जन जन की आस्था जुड़ी हुई है। जल झूलनी एकादशी एवं दशहरे पर भगवान के डोले कि सवारी पूरे नगर में धूमधाम से निकाली जाती है। इसके नीचे से हजारों माताएं अपने बच्चों के साथ निकलती हैं। लोगों का कहना है कि मुगल राजा औरंगजेब के सिपाही रोज इस मंदिर की दीवार तोड़ जाते थे पर रोज जन समुदाय उन्हें फिर से खड़ी कर देता था। महाराज शिवाजी के राज तिलक में इस मंदिर के पुजारी के भी शामिल होने की कहानी प्रचलित है।
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जयघोष के साथ लाए मिट्टी व जल
संवाद सहयोगी, कनीना:
एक ही नारा एक ही नाम, जय श्रीराम, जय श्रीराम। राम लला हम आएंगे मंदिर भव्य बनाएंगे का उद्घोष करते हुए विश्व हिदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा झगड़ोली अन्नावास, बुचावास गांव से पवित्र स्थानों पर से मिट्टी एवं जल लेकर अध्यक्ष महेश बोहरा को भेंट किया है। श्रद्धालुओं का कहना था कि हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि हमारे गांव की मिट्टी एवं जल राम मंदिर निर्माण में अर्पित होने के लिए भेजा जा रहा है। महेश बोहरा ने बताया कि प्रखंड के हर व्यक्ति को 5 अगस्त अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन एवं मंदिर निर्माण के लिए बहुत ज्यादा खुशी हो रही है। उनकी खुशी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके पास भिन्न-भिन्न गांव से रोजाना पवित्र स्थानों से मिट्टी एवं जल आ रहा है और सभी अयोध्या जाने के लिए तैयार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्व हिदू परिषद को कोरोना वायरस की वजह से गांव गांव से मंदिरों से आश्रमों से मिट्टी एवं जल मंगवाने का फैसला करना पड़ा। यदि कोरोना संक्रमण नहीं होता तो विश्व हिदू परिषद बहुत ही बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर प्रत्येक गांव में रथ यात्रा के माध्यम से मिट्टी एवं जल लेने आती और प्रत्येक गांव में सत्संग करते हुए सभी मंदिर एवं आश्रमों से गुजरते हुए निकलना था। यह कार्यक्रम लगभग एक महीने चलाना था। उन्होंने खंड के लोगों से आह्वान किया कि 5 अगस्त दीपावली की तरह धूमधाम से मनाएं, अपने घर में घी के दीपक जलाएं और सुबह अयोध्या में पूजन के समय अपने घर पर हवन यज्ञ, घंटा, घड़ियाल एवं संस्थाओं व भक्ति गीत गाकर पूजा करें एवं खुशी मनाएं।