अंडरपासों में रेलवे करेगा मार्किंग, हार्वे¨स्टग सिस्टम लगेगा
रेलवे के अंडरपास में जलभरावके स्थानों पर मार्किंग की जाएगी।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
रेलवे के अंडरपास में जलभराव के स्थानों पर मार्किंग की जाएगी, ताकि अंडरपास में वाहन प्रवेश करने पर उसके बीच में ही फंसने के प्रति सचेत किया जा सके। साथ ही रेन वाटर हार्वे¨स्टग प्रणाली स्थापित की जाएगी। यह निर्णय बुधवार को जयपुर रेल मंडल पर मंडल रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (डीआरयूसीसी) की बैठक में लिया गया। यह मी¨टग जयपुर रेल मंडल से जुड़े उत्तर-पश्चिम रेलवे की स्वच्छता रैं¨कग की समीक्षा करने के लिए आयोजित की गई थी। बैठक में समिति की अध्यक्ष एवं मंडल रेल प्रबंधक सौम्या माथुर एवं समिति के सचिव एवं वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डा. राकेश कुमार आदि मौजूद थे।
बता दें कि मीटरगेज की लाइनों को ब्राडग्रेज में बदलने के बाद से रेलवे विभाग ने मानव रहित फाटकों की मुहिम छेड़ी हुई है। इसी के तहत जगह-जगह पर रेल पटरियों के नीचे अंडरपास बनाए गए हैं। महेंद्रगढ़ जिले की सीमा में रेवाड़ी-नारनौल-रींगस तथा रेवाड़ी-महेंद्रगढ़-बीकानेर ट्रेक पर करीब दो दर्जन अंडरपासों का निर्माण किया गया है, लेकिन मानव रहित फाटक की यह योजना आमजन के लिए आफत बनकर उभरी है। करीब सवा माह पहले प्री मानसून की बरसात के दौरान यही हालात बने थे। प्रशासन ने समस्या समाधान के लिए जयपुर डीआरएम से पत्राचार भी किया। जयपुर में हुई स्वच्छता रे¨कग की बैठक में अंडरपास में जल भराव के दौरान आई परेशानियों को भी रखा गया। समिति सदस्यों ने बारिश के दिनों में रेलवे अंडरपास में पानी भरने की स्थिति का मामला रखा। उन्होंने सुझाव भी दिया कि वहां पर पानी भरने की माíकग की जाए, जिससे उसके ऊपर पानी आने पर वाहन नहीं निकले। मंडल रेल प्रबंधक ने इस बात को स्वीकार कर लिया। साथ ही अंडरपास में रेन वाटर हार्वे¨स्टग प्रणाली स्थापित करने पर भी बल दिया। उनका मानना था कि मंडल द्वारा यात्रियों की सुविधा के समेकित कार्य किए जाएं, ताकि अधिकाधिक सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
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वर्जन:
''परामर्शदात्री समिति की बैठक में सदस्यों ने यह मुद्दा रखा था, जिस पर अधिकारियों ने उनके सुझावों को स्वीकार कर लिया तथा अंडरपास में माíकंग करने एवं रेन हार्वे¨स्टग प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया गया है।
- तरूण जैन, पीआरओ, रेलवे मंडल, जयपुर।