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मुख्यमंत्री से पीटीआई सेवा सुरक्षित रखने की गुहार

हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर फैडरेशन आफ इंडिया की राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर खंड व जिला कार्यकारीणी ने खंड शिक्षा अधिकारी कनीना महेंद्रगढ़ व नारनौल के कृष्ण कुमार बालवान माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम 1983 पीटीआई सेवा सुरक्षित रखने के लिए ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 03:47 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 03:47 PM (IST)
मुख्यमंत्री से पीटीआई सेवा सुरक्षित रखने की गुहार
मुख्यमंत्री से पीटीआई सेवा सुरक्षित रखने की गुहार

जागरण संवाददाता, नारनौल : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया की राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर खंड व जिला कार्यकारिणी ने खंड शिक्षा अधिकारी कनीना, महेंद्रगढ़ व नारनौल के कृष्ण कुमार बालवान के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम 1983 पीटीआई सेवा सुरक्षित रखने के लिए ज्ञापन सौंपा।

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इस दौरान राज्य सचिव धर्मपाल शर्मा ने कहा कि आठ अप्रैल को 1983 पीटीआई की भर्ती रद करने का निर्णय न्यायालय ने दिया है। वे हरियाणा सरकार से मांग करते हैं कि सरकार सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय पर सकारात्मक न्यायिक व वैधानिक कदम उठायें। सभी पीटीआई की 10 साल की सेवा शिक्षा विभाग में हो चुकी है। ऐसे समय में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भर्ती रद करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। इस लंबी न्यायिक प्रक्रिया में जिन उम्मीदवारों की मैरिट, भर्ती पर प्रश्न चिह्न लगे हैं। केवल उन्हीं की पुन: जांच होनी चाहिए, न की सारी भर्ती रद होनी चाहिए।

संघ ने सरकार से अनुरोध किया वे अपने कर्मचारियों के हित में सकारात्मक निर्णय ले और सर्वोच्च न्यायालय की डबल बैंच में अपील करे। तब तक हरियाणा सरकार अपनी वैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए सभी पीटीआई की सेवाएं जारी रखना सुनिश्चित करें। सरकार व शिक्षा विभाग कोई भी कदम जल्दबाजी में न उठाएं। जिला प्रधान रमेश कुमार ने कहा कि चयनित व नियुक्त पीटीआई सर्वोच्च न्यायालय प्रक्रिया एवं निर्णय में कही भी दोषी करार नहीं दिए गए। केवल चयन प्रक्रिया में भर्ती एजेंसी को दोषी ठहराया गया है। अत: यदि कोई कार्रवाई बनती हैं, तो भर्ती एजेंसी पर बनती हैं।

महेश यादव ने कहा कि 10 वर्ष में 1983 पीटीआई परिवारों में अति भयंकर घटनायें, दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। तीन दर्जन के लगभग पीटीआई की मृत्यु हो चुकी है। उनके परिवार एक्सग्रेसिया के तहत अंतिम वेतन ले रहे हैं। यदि भर्ती रद होगी, तो इन परिवारों पर तो दुख का पहाड़ टूट जाएगा। शिक्षा विभाग में अनेक पीटीआई के पद रिक्त है व याचिकाकर्ता 68 ही हैं। यदि ये याचिकाकर्ता पीटीआई पद की योग्यता पूरी करते हैं, तो सरकार उन्हें भी नियुक्ति दे। इस अवसर पर महेंद्र बोयत, कौशल यादव, सुभाष सोनी, मुकेश कुमार, प्रदीप यादव, हवा सिंह यादव, अमीलाल कसाना, अनिल राव, विजेश कुमारी, उगंता, निर्मला, कांता, कृष्णा सोनी व कृपा आदि उपस्थित थे।


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