Move to Jagran APP

PM Kisan Yojana: किसान सम्मान निधि पर आया बड़ा अपडेट, इस दिन किसानों के खाते में आ जाएगा पैसा

किसान सम्मान निधि के किसानों को दी जाने वाली यह राशि साल में प्रत्यके चार माह के अंतराल में कुल तीन बार में दो-दो हजार रुपये डाली जाती है। पात्र किसानों की ई केवाइसी करने के मामले में महेंद्रगढ़ हरियाणा में प्रथम पायदान पर काबिज हो गया है जबकि दादरी दूसरे स्थान पर है। अगर किसान ई केवाइसी नहीं कराते हैं तो उनको इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।

By Balwan Sharma Edited By: Shyamji Tiwari Published: Wed, 14 Feb 2024 03:01 PM (IST)Updated: Wed, 14 Feb 2024 03:01 PM (IST)
किसान सम्मान निधि पर आया बड़ा अपडेट

अरविन्द तक्षक, महेंद्रगढ़। जिले के किसानों के लिए खुशखबरी है कि इस माह के अंत तक किसान सम्मान निधि की किश्त पात्र किसानों के बैंक खातों में आने वाली है। किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों को दी जाने वाली यह राशि साल में प्रत्यके चार माह के अंतराल में कुल तीन बार में दो-दो हजार रुपये डाली जाती है।

loksabha election banner

इसके साथ ही पात्र किसानों की ई केवाइसी करने के मामले में महेंद्रगढ़ जिला पूरे प्रदेश में प्रथम पायदान पर काबिज हो गया है, जबकि दादरी दूसरे स्थान पर है। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई किसान सम्मान निधि याेजना के तहत पूरे वर्ष में किसानों के खाते में डाली जाने वाले कुल छह हजार रुपये कृषि कार्यों जैसे खाद, बीज व दवा आदि के लिए दिए जाते हैं, ताकि किसानों को खाद बीज आदि के लिए परेशान न होना पड़े।

93,791 पात्र किसानों की हो चुकी है ई केवाइसी

पीएम किसान स्म्मान निधि योजना के जिला नोडल अधिकारी डॉ. रविंद्र यादव ने बताया कि जिले में एक लाख दो हजार पांच सौ किसान इस योजना के पात्र है और 93 हजार 791 किसानों की ई केवाइसी की जा चुकी है। हालांकि अभी आठ हजार 709 किसानों की ई केवाइसी की प्रक्रिया पैंडिंग चल रही है।

बचे हुए पात्र किसान 20 फरवरी तक करवाएं ई केवाइसी

नोडल अधिकारी डॉ. यादव ने दैनिक जागरण के माध्यम से किसानों से अपील करते हुए कहा है कि शेष किसान अपनी ई केवाइसी 20 फरवरी से पहले गांव में मौजूद सीएचसी सेंटर, मोबाइल से व पीएम किसान एप पर करवा सकते हैं। इसके अलावा किसान कृषि विभाग के गांव वाइज विलेज नोडल अधिकारी (वीएनओ) से संपर्क कर अपनी ई केवाइसी करवा सकते हैं। अगर किसान ई केवाइसी नहीं कराते हैं तो उनको इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।

जिन किसानों ने अपनी भूमि का सत्यापन नहीं कराया है, वो किसाना कार्यालय में आकर या वीएनओ से मिलकर या संपर्क कर अपना भूमि सत्यापन करा सकते हैं। सत्यापन न होने की एवज में जिन किसानों की जो रुकी हुई किश्त है, वह भूमि का सत्यापन करा उक्त योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। -डा. देवेंद्र सिंह, उप निदेशक कृषि विभाग नारनौल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.