Mahendragarh News: तेज आंधी से गिरी मकान की दीवार, दबकर दंपति की मौत; बाल-बाल बचे बच्चे
बीते तीन दिन से लगातार जिले में तेज अंधड़ चल रहा है ऐसे में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। क्षेत्र में अनेक जगहों पर बिजली के खंभे व पेड़ टूट कर गिर गए थे और वाहन चालकों को भी आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
नांगल चौधरी/महेंद्रगढ़, संवाद सहयोगी। क्षेत्र में रातभर चली आंधी आफत लेकर आई। शहर में मंगलवार अल सुबह करीब तीन बजे तेज आंधी से दीवार गिरने से छत पर सो रहे दंपती गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचे लोगों ने उन्हें उपचार के लिए तुरंत सीएचसी नांगल चौधरी पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, अंधड़ व बरसात से बिजली गुल होने पर शहर के वार्ड नंबर तेरह ढाणी बनिया वाली में रहने वाला विजय पुत्र करतार जोगी अपनी पत्नी प्रेम देवी व दो बच्चों के साथ मकान की छत पर सो रहा था। तेज आंधी चलने की वजह से अचानक दीवार गिर गई, जिससे दंपती की मौत हो गई।
बता दें कि बीते तीन दिन से लगातार जिले में तेज अंधड़ चल रहा है, ऐसे में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। क्षेत्र में अनेक जगहों पर बिजली के खंभे व पेड़ टूट कर गिर गए थे। वाहन चालकों को भी आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ठंड से बची मासूमों की जान
सुबह ठंड होने पर विजय के दोनों बेटे अभिषेक व अमन छत से उतरकर नीचे घर में आकर सो गए। हवा की गति तेज होने पर सुबह तीन बजे करीब 15-16 फीट ऊंची पोर्च की दीवार दंपती पर आ गिरी। दीवार गिरने की आवाज सुनकर दोनों बच्चे ऊपर छत पर गए। परंतु उन्हें मां-बाप नजर नही आए।
बच्चों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण पहुंचे
इस पर उन्होंने चीख-पुकार शुरू कर दी। जिस पर वार्डवासी मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने विजय ओर उसकी पत्नी को ईंटों के नीचे से निकाला । विजय की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, वहीं उसकी पत्नी की सांसें चल रही थी। दोनों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने भी दम तोड़ दिया। चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद दंपती को पोस्टमार्टम के लिए नारनौल सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद दोनों का शव स्वजनों को सौंप दिया गया।
इकलौता बेटा था विजय
मृतक विजय अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह मजदूरी कर अपने बच्चों का लालन-पालन कर रहा था। उसकी मां की पहले ही मौत हो चुकी थी,जबकि पिता बीमार हैं और चारपाई पर पड़े हुए हैं। इससे अब विजय के दोनों बेटों अभिषेक व अमन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उन्हें जिंदगी की डगर पर चलने का सहारा नजर नहीं आ रहा है।