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गरमुंडा के फल से चार दिन में शुगर की छुट्टी का दावा

दक्षिणी हरियाणा में बहुतायत में उगने वाले जंगली फल गरमुंडा से बनाए गए सिरप के मात्र चार दिन सेवन से ही शुगर की बीमारी की पूरी तरह छुट्टी हो सकती है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 01 Mar 2018 12:17 PM (IST)Updated: Thu, 01 Mar 2018 12:17 PM (IST)
गरमुंडा के फल से चार दिन में शुगर की छुट्टी का दावा
गरमुंडा के फल से चार दिन में शुगर की छुट्टी का दावा

महेंद्रगढ़ (सुरेंद्र यादव)। दक्षिणी हरियाणा में बहुतायत में उगने वाले जंगली फल गरमुंडा से बनाए गए सिरप के मात्र चार दिन सेवन से ही शुगर की बीमारी की पूरी तरह छुट्टी हो सकती है। यह दावा हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक अन्वेषक ऋषिपाल ने किया है। उनके इस उत्पाद को देखने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन प्रो.डीपी सिंह भी पहुंचे।

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ऋषिपाल ने बताया कि काफी लंबे शोध के बाद उन्होंने यह सिरप तैयार किया है। काफी लोगों पर इसका प्रयोग करके देखा गया है। गृह मंत्रालय से जुड़े लोगों ने भी उनके सिरप का इस्तेमाल करके पूरी तरह ठीक होने का दावा किया है।

उन्होंने बताया कि यह सिरप बहुत कम मात्रा में लेना होता है। मात्र चार दिन तक आधाआधा चम्मच सिरप का सेवन करना है। उसके बाद एक सप्ताह तक चूर्ण लेना पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि इसके बाद शुगर की बीमारी पूरी तरह से खत्म हो जाती है और व्यक्ति चाहे कितना ही मीठा खाए, पूरी तरह स्वस्थ रहता है।

पेटेंट के लिए किया आवेदन ऋषिपाल ने बताया कि उन्होंने विश्वविद्यालय कैंपस में ही उगे गरमुंडा के फलों को इकट्ठा करके इस सिरप और चूर्ण को तैयार किया है। अपनी इस खोज को पेटेंट करवाने के लिए भी उन्होंने आवेदन किया हुआ है।

उन्हें गत वर्ष मुख्यमंत्री मनोहरलाल के हाथों विश्वविद्यालय में बेस्ट इनोवेटर का पुरस्कार भी मिल चुका है। फिलहाल वह विश्वविद्यालय में इनोवेटर के तौर पर काम कर रहे हैं।

डायबिटीज पेशेंट्स के लिए खुशखबरी, अब स्मार्ट लेंस करेगा ब्लड शुगर की जांच

डायबिटीज से पीडि़तों के लिए अच्‍छी खबर है। अब उन्‍हें ब्‍लड शुगर की जांच के लिए सुई से शरीर का गुदवाना नहीं पड़ेगा। दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने ब्लड शुगर की जांच के लिए एक स्मार्ट लेंस विकसित किया है। यह लेंस आंसू से ब्लड शुगर की मात्रा की जांच कर सकता है।

नए स्मार्ट लेंस में लचीले और पारदर्शी पदार्थ से बने इलेक्ट्रोड का उपयोग किया गया है। इसमें एक ग्लूकोज सेंसर, एलईडी पिक्सल के साथ वायरलेस एंटीना भी लगा है। सेंसर की मदद से मरीज के ब्लड शुगर के स्तर से जुड़ी जानकारी एंटीना तक पहुंचाती है और कुछ समय में ही टेस्ट पूरा हो जाता है।

अल्सान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने यह टेस्ट अभी खरगोश पर किया है। मनुष्य पर इसका परीक्षण किया जाना बाकी है। प्रयोग से जुड़े वैज्ञानिक जिहुन पार्क ने बताया, 'इस प्रयोग के सफल हो जाने पर इससे मनुष्य की आंख और अन्य शारीरिक अंगों के रोगों का भी पता लगाया जा सकेगा।'

उल्लेखनीय है कि आज दुनिया का हर 11 वां व्यक्ति डायबिटीज से पीडि़त हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए मरीज को समय-समय पर रक्त में शुगर की मात्रा की जांच करानी होती हैं। इसके लिए व्यक्ति की अंगुली में सुई चुभोकर खून निकाला जाता है, जिससे उसे पीड़ा का अनुभव होता है। 


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