नारनौल-पनियाला मोड़ एनएच के हालात बदतर, आधा दर्जन जगहों पर बन गए डेथ प्वाइंट
बरसात से नारनौल-पनियाला मोड़ सड़क मार्ग के हालात बदतर हो गए है।
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : बरसात से नारनौल- पनियाला मोड़ सड़क मार्ग के हालात बदतर हो गए है। बरसात से जलभराव होने से मार्ग पर कई जगहों पर डेथ प्वाइंट बन गए है। इन प्वाइंट्स पर करीब एक दर्जन वाहन हादसे घटित हो चुके हैं, लेकिन एनएचएआइ न गड्ढों की मरम्मत करवाने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। इससे वाहन चालकों की परेशानी के साथ सरकार के खिलाफ ग्रामीणों में भी आक्रोश बढ़ने लगा है। मरम्मत को लेकर गंभीर नहीं एनएचएआइ :
पिछली राज्य सरकार ने नारनौल-पनियाला मोड़ सड़क मार्ग पर बढ़ते यातायात के दबाव को देखते फोरलेन घोषित किया था। सड़क निर्माण के लिए लगभग भूमि अधिग्रहण के मुआवजा प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी थी, लेकिन बाद में सरकार बदल गई। प्रदेश में नई सरकार आ गई। इस सरकार ने वर्ष 2017 में मार्ग को एनएच घोषित कर दिया।
निजामपुर ब्लाक में एक बड़ा लाजिस्टिक हब आने से मार्ग को सिक्सलेन घोषित कर दिया गया। इसके बाद स्थानीय लोक निर्माण विभाग ने सड़क मार्ग की मरम्मत व निर्माण से पल्ला झाड़ लिया, लेकिन इसके बाद से एनएच के हालात बदहाली में बदलने शुरू हो गए। एनएच ने इस मार्ग पर न तो निर्माण कार्य शुरू किया और न ही गड्ढों की मरम्मत की गई। इससे बरसात से मार्ग के हालात और बदतर हो गए। यहां बन गए डेथ प्वाइंट :
बरसात से मार्ग पर जलभराव की स्थिति बनने से सड़क में गहरे गड्ढे बन गए हैं। बरसात का पानी भरने पर तो सड़क दरिया नजर आती है। यहां गांव नांगल नूनियां बस स्टैंड, थनवास व राय मलिकपुर के पास डेथ प्वाइंट बनकर रह गए हैं। यहां पानी भरने से गड्ढे की गहराई का अनुमान नहीं होने से कई वाहन पलट चुके है। गड्ढे बचाने के चक्कर में वाहन आपस में टकरा रहे है। कई दुपहिया वाहन चालक गड्ढे में गिर कर चोटिल हो चुके हैं। परंतु राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण द्वारा सड़क मार्ग की मरम्मत भी नही करवाई जा रही है। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से गुहार लगाकर अविलंब गड्ढे भरवाने की मांग की है।