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देशभर के शहीदो को किया याद

बुधवार को जिला पुलिस लाइन नारनौल में पुलिस शहीदी दिवस मनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 07:23 PM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 07:23 PM (IST)
देशभर के शहीदो को किया याद
देशभर के शहीदो को किया याद

जागरण संवाददाता, नारनौल: बुधवार को जिला पुलिस लाइन नारनौल में पुलिस शहीदी दिवस मनाया गया। ड्यूटी के दौरान अपनी शहादत देने वाले इस वर्ष 264 पुलिस के शहीद जवानों की शौर्यगाथा को याद किया गया। पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने शहीद स्मारक पर पुष्प व पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन ने रिटायर्ड पुलिस कर्मचारियों का सम्मान करते हुए उन्हें पुलिस झंडा दिवस पर झंडा लगाकर सम्मानित किया। पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बतलाया कि बुधवार को पुलिस लाइन में सुबह शहीदी स्मारक पर शहीदों को शोक सलामी दी गई। इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने शहीदों को याद करते उनके सम्मान में श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर के दिन को बड़े ही गौरव के साथ मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन पुलिस के उन शहीद जवानों को याद किया जाता है, जो देश हित व जनता की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर वीरगति को प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि 20 अक्टूबर वर्ष 1959 को पूर्वोत्तर लद्दाख में हॉट स्प्रिंग से लैनाक ला के रास्ते भारतीय अभियान की अगली आवाजाही के लिए की तैयारी के लिए सीआरपीएफ की तीन पार्टियां बनाई गई। इनमें दो पार्टियों के सदस्य दोपहर के समय तक हॉट स्प्रिंग में वापस लौट गए थे, लेकिन तीसरी पार्टी के सदस्य वापस नहीं आए। उनकी तलाशी के लिए उपलब्ध पुलिस कर्मियों को तैनात किया। इनमें से पुलिस कर्मियों की एक पार्टी उपनिरीक्षक कर्मसिंह के नेतृत्व में घोड़ों पर सवार होकर निकले व बाकी पुलिस कर्मी अलग-अलग पार्टियों में पैदल निकल पड़े थे। इस दौरान चीनी सेना को एक पहाड़ी पर देखा गया। उसी दौरान चीनी सेना ने उप निरीक्षक कर्मसिंह के नेतृत्व में चल रही पार्टी पर फायरिग कर व ग्रेनेड फेंक दिए। इसमें दस पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे व सात घायल हुए। घायल पुलिस कर्मियों को चीनी सेना ने बंदी बना लिया था। शहीद हुए दस पुलिस कर्मियों के शवों को घटना के तीन सप्ताह बाद चीनी सेना द्वारा 13 नवंबर 1959 को वापस भेजा गया। उनका हॉट स्पि्रंग पर पूरे पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस वर्ष में हमारे देश के 264 वीर पुलिस जवानों ने अपनी कुर्बानियां दी हैं और अब तक 34 हजार देश के पुलिस जवानों ने शहादत दी हैं। इस बार हम इन जवानों की याद में पुलिस झंडा दिवस भी मनाएंगे यह झंडा दिवस अभियान 31अक्टूबर तक चलेगा। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक ने इसी जिले से रिटायर्ड डीएसपी कुरडा राम व इंस्पेक्टर हरिकिशन का शहीदी दिवस पर झंडा लगाकर इस दिवस अभियान की शुरुआत की है इस मौके पर डीएसपी राज सिंह, डीएसपी अंग्रेज सिंह, रिटायर्ड इंस्पेक्टर हरिकिशन, एसआई मदन लाल सहित जिले के पुलिस कर्मचारी हाजिर थे ।

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शहीद के परिवारों को भी किया सम्मानित

इस शहीद दिवस मौके पर आज नारनौल मोहल्ला सराय ढूसरान में रह रहे शहीद एएसआइ रघुनंदन सिंह 1993 में पंजाब में शहीद हुए थे। शहीद के परिवार को उप पुलिस अधीक्षक अंग्रेज सिंह ने घर जाकर स्मृति चिन्ह भेंट करके शाल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया।

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पुलिस के अमर शहीदों की याद में मनाया जाता है स्मृति दिवस : डीएसपी विजय देशवाल

संवाद सहयोगी,कनीना : हमारे देश की सीमाओं की रक्षा सैनिकों के हाथों में सुरक्षित है और अनेक सैनिक मातृभूमि की रक्षा करते हुए प्राण न्योछावर कर चुके हैं, लेकिन पुलिस जवान भी इसी तर्ज पर फर्ज निभा रहे हैं। पुलिस शहीदी दिवस पर पूरा प्रदेश फर्ज के लिए जान कुर्बान करने वाले हरियाणा पुलिस के जांबाज जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है। इसी कड़ी में डीएसपी विजय देशवाल, एसएचओ विनय कुमार एसआई रामेश्वर आदि ने शहीद सूबे सिंह सिंह एसआई के घर गांव सुंदरह में शहीद सूबे सिंह की पत्नी कौशल्या देवी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

सहायक उप निरीक्षक सूबे सिंह 461 हिसार पुत्र दिनाराम गांव वासुदा जिला रेवाड़ी हाल आबाद गांव सुंदरह थाना कनीना जो सन 1971 में पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था। जो 30 मार्च 1993 को ढाणी लाम्बा गांव घासवा थाना रतिया जिला हिसार के क्षेत्र में आतंकवादी होने की सूचना पर एएसआई सूबे सिंह व पुलिस पार्टी ने आतंकवादियों को घेर लिया था। आतंकवादियों से मुठभेड़ में प्रसिद्ध व खतरनाक आतंकवादी बलविदर सिंह उर्फ बुलेट को मार दिया था । मुकाबले में एसआई सूबे सिंह भी शहीद हो गए थे। इस अवसर पर डीएसपी विजय देशवाल ने कहा कि इन वीर जवानों की शहादत से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। पुलिस शहीदी दिवस पर डीएसपी विजय देशवाल, एसएचओ विनय कुमार, एसआइ रामेश्वर, एलएचसी रितु, पूर्व सरपंच देशराज पूर्व सरपंच लक्ष्मण प्रेम प्रकाश बोहरा मुंडायन, नरेश सतीश आदि ने शहीद सूबे सिंह की फोटो पर पुष्प अर्पित कर 2 मिनट का मौन रखा। शहीद सूबे सिंह के बेटे सत्येंद्र सिंह जो कि जीएचआइ ऐयरपोर्ट दिल्ली पर नौकरी कर रहे है उनको पुलिस विभाग की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया ।

फोटो कैप्शन 5: शहीद सूबे सिंह के बेटे को स्मृति चिह्न भेंट करते विजय देशवाल डीएसपी कनीना।


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