Move to Jagran APP

टिड्डी दल झुंझनू में सक्रिय, प्रशासन अलर्ट

जिले पर टिड्डी दल का खतरा अभी बरकरार है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 07:27 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 06:14 AM (IST)
टिड्डी दल झुंझनू में सक्रिय, प्रशासन अलर्ट
टिड्डी दल झुंझनू में सक्रिय, प्रशासन अलर्ट

जागरण संवाददाता, नारनौल:

loksabha election banner

जिले पर टिड्डी दल का खतरा अभी बरकरार है। फिलहाल राजस्थान के झुंझुनू जिले में टिड्डी दल सक्रिय है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। इसके मद्देनजर जिला में 4550 लीटर दवाई छिड़काव के लिए तैयार है। कृषि विभाग के अधिकारी लगातार राजस्थान के अधिकारियों के संपर्क कर रहे हैं। उपायुक्त आरके सिंह तीन दिन से अधिकारियों से पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। इसके लिए जिला में बाकायदा एक अलग से ग्रुप बनाया गया है। इसके माध्यम से इसकी पल-पल की रिपोर्ट साझा की जा रही है ताकि समय पर सही कार्रवाई की जा सके। दो दिन पहले महेंद्रगढ़ जिले से रेवाड़ी में प्रवेश करने के बाद भी जिला के कृषि विभाग के अधिकारी रात भर रेवाड़ी के अधिकारियों के साथ मिलकर इन टिड्डी दल पर दवाइयों का छिड़काव करवाते रहे थे।

उपायुक्त आरके सिंह ने बताया कि एक बार यह टिड्डी दल जिला से होकर देश की राजधानी की तरफ निकल गया है लेकिन खतरा अभी बरकरार है। राजस्थान की ओर से अब दोबारा टिड्डी दल का हमला हो सकता है। इस संबंध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। पर्याप्त मात्रा में ट्रैक्टर से जुड़ी स्प्रे मशीन उपलब्ध है। इसके अलावा नगर परिषद व नगर पालिकाओं में दमकल की गाड़ियां भी इस काम के लिए प्रयोग में लाई जा सकती हैं। वन विभाग के सभी टैंकर पानी की आपूर्ति के लिए तैयार हैं। जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई है। हमने पहले ही किसानों को इस बारे में अलर्ट भी किया हुआ है। जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है तथा किसी भी सूरत में टिड्डी दल को जिले में नहीं रुकने दिया जाएगा। पिछली बार भी इस समस्या को निपटने में जिला के किसानों का विशेष सहयोग रहा है। इस बार भी जिला प्रशासन किसानों को साथ लेकर इस समस्या से निजात पाएगा। कृषि विभाग पूरी तरह तैयार

कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. जसविदर सिंह सैनी ने बताया कि विभाग के अधिकारी लगातार इस पर नजर रखे हुए हैं। जिला के सभी उन किसानों की सूची तैयार की हुई है जिनके पास ट्रैक्टर जुड़ी हुई स्प्रे मशीन है। उनसे लगातार संपर्क में हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे लगातार किसानों को जागरूक कर रहे हैं। यदि टिड्डी दल देर शाम जिला में प्रवेश करता है तो उसके लिए दवाई का छिड़काव किया जाएगा। इस संबंध में जिला के विभिन्न विभागों से पूरा सहयोग मिल रहा है। सभी एडीओ ने अपने अपने क्षेत्र के किसानों का व्हाट्सएप ग्रुप भी बनवा बनाया हुआ है। पल-पल की लोकेशन की जानकारी किसानों के साथ साझा की जा रही है तथा यांत्रिक तरीके से भी टीडी दल को भगाने के उपाय उसमें बताए जा रहे हैं।

पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध

सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ हरपाल सिंह यादव ने बताया कि जिला में 4550 लीटर दवाई मौजूद है। यह दवाई इस काम के लिए पर्याप्त है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.