जीवन है अनमोल, यातायात नियमों का करें पालन- प्रो. टंकेश्वर
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में सोमवार को सड़क सुरक्षा पर केंद्रित वेबिनार का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की सिविल इंजीनियरिग ट्रेंनिग एंड प्लेसमेंट सेल व राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के संयुक्त प्रयासों से आयोजित रांग साइड आफ द रोड विषय पर केंद्रित इस वेबिनार को आइबीएम (स्किल बिल्ड) सीएसआरबीओएक्स के मनोविराज सिंह व एंगेजमेंट एंड पार्टनरशिप एसोसिएट निशा सिंह ने विशेषज्ञ के रूप में हिस्सा लिया।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में सोमवार को सड़क सुरक्षा पर केंद्रित वेबिनार का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की सिविल इंजीनियरिग, ट्रेंनिग एंड प्लेसमेंट सेल व राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के संयुक्त प्रयासों से आयोजित रांग साइड आफ द रोड विषय पर केंद्रित इस वेबिनार को आइबीएम (स्किल बिल्ड), सीएसआरबीओएक्स के मनोविराज सिंह व एंगेजमेंट एंड पार्टनरशिप एसोसिएट निशा सिंह ने विशेषज्ञ के रूप में हिस्सा लिया।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा के लिए यातायात नियमों की महत्ता से अवगत कराते हुए कहा कि मानव जीवन अनमोल है और यातायात नियमों का पालन कर इसकी सुरक्षा निश्चित की जा सकती है। प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में सड़क दुर्घटना में होने वाली जान-माल की हानि का उल्लेख करते हुए कहा कि विश्वभर में सड़क दुर्घटना के कारण हर साल भारी संख्या में जाने जाती हैं।
इस समस्या के निदान के लिए आवश्यक है कि सड़क पर यात्रा के दौरान निर्धारित नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि यह एक सराहनीय पहल है और विश्वविद्यालय ही नहीं स्कूली स्तर पर इस तरह के आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के प्रति बचपन से ही जागरूक किया जाना चाहिए।
कुलपति ने सभी के लिए यातायात नियमों को अनिवार्य बताया और कहा कि इनकी अनुपालना हर किसी के लिए आवश्यक है। यह केवल आपको सरकार द्वारा निर्धारित दंड से ही नहीं बचाते बल्कि आपकी जान की सुरक्षा भी करते हैं।
कुलपति ने विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को जागरूक करने हेतु उपस्थित हुए दोनों ही वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। विशेषज्ञ वक्ता मनोविराज सिंह व निशा सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ बताया कि किस तरह से इनकी अनदेखी उनके लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना था कि विश्वभर में यातायात नियमों के प्रति सजगता को लेकर विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। भारत में इस संदर्भ में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनका कहना था कि इस कार्य में शिक्षण संस्थान महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम के संयोजक डा. विकास गर्ग ने आयोजन में सहभागिता व सहयोग के लिए सह-संयोजक डा. जितेंद्र, डा. दिनेश चहल व डा. अभिषेक जिदल का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने इस आयोजन में विद्यार्थियों के स्तर पर कार्यरत विद्यार्थी सह-समन्वयक-शिवम ठाकुर व कुश सिन्हा के प्रयासों की भी सराहना की।
विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई के संयोजक डा. दिनेश चहल ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए सड़क सुरक्षा नियमों के संदर्भ में विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. सारिका शर्मा सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी, शोधार्थी, शिक्षणेतर कर्मचारी उपस्थित रहे।