बार-बार चोरियां व आपराधिक वारदात होने के बावजूद नहीं लगा तीसरी आंख का पहरा
सुदेश कुमार, नारनौल : सर्दियों का सीजन आते ही चोरियां बढ़ना आम बात है।
सुदेश कुमार, नारनौल : सर्दियों का सीजन आते ही चोरियां बढ़ना आम बात है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से अब तक जिला मुख्यालय का मशीनी तंत्र मजबूत नहीं हो पाया है। शहर में तीसरी आंख का पहरा कहीं नजर नहीं आता। जिस कारण चोर एवं अन्य आपराधिक तत्व इस कमी का फायदा उठा अपने मंसूबों को अंजाम देकर आसानी से पार हो जाते हैं। नगर परिषद एवं जिला प्रशासन अब तक महज कागजी कार्यवाही तक सीमित नजर आते हैं, जबकि शहर में व्यापारियों, दुकानदारों एवं अन्य लोगों को कई लाखों रुपये का नुकसान हर साल उठाना पड़ता रहा है और उन्हें शहर में तीसरी आंख सीसीटीवी कैमरों की भारी कमी खल रही है।
नगर परिषद ने शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई थी। नगर परिषद हाउस की बैठक में पार्षदों ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया भी और सर्वसम्मति से सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रस्ताव को पारित भी किया। नगर परिषद ने इसके लिए सरकार के पास करीब 75 लाख रुपये का बजट बनाकर सरकार के पास भेजा, लेकिन अब तक सरकार से नगर परिषद को कोई बजट नहीं मिल पाया है। इस प्रकार बजट के बाद अभाव में कार्य अटका पड़ा है। ऐसे में आपराधिक तत्व आसानी से सार्वजनिक स्थानों पर अपनी गतिविधियों को अंजाम देकर आसानी से बच निकलते हैं।
बता दें कि शहर में गत वर्षों के दौरान शहर में कई बड़ी चोरियां हुई। जिसमें पुल बाजार, महावीर चौक व रेवाड़ी रोड पर मोबाइल की दुकान से लाखों रुपये की चोरी सहित अनेक छोटी-बड़ी चोरियों हुई है। इनमें पुलिस भी शहर में सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण कई मामलों को ट्रेस करने में कामयाब नहीं हो पाई है। इस पर शहरवासियों की मांग पर पुलिस प्रशासन ने नगर परिषद के सहयोग से शहर के मुख्य चौक के अलावा रेवाड़ी, ¨सघाना, नांगल चौधरी, महेंद्रगढ़ व निजामपुर मुख्य मार्ग के एंट्री प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए चिह्नित किए गए हैं।
मुख्य चौक व सड़क मार्ग पर नहीं हैं कैमरे :
शहर के मुख्य चौक महावीर चौक, अग्रसेन चौक, आजाद चौक, मुख्य बाजार या मुख्य रोडों पर भी प्रशासन की ओर से कैमरे लगाने की कोई व्यवस्था अभी नहीं है। वहीं कुछेक सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगाए भी गए तो वहां कैमरे ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण अपराध होने की प्रबल संभावना बनी रहती है।
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वर्जन :
नगर परिषद द्वारा शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव पारित कर कैमरों की संख्या के हिसाब से कुटेशन बनाकर फाइल बजट के लिए सरकार के पास भेजी जा चुकी है। परंतु अभी तक बजट उपलब्ध नहीं करवाया गया है। बजट मिलते ही शहर में कैमरे लगवा दिए जाएंगे।
- भारती सैनी, चेयरपर्सन, नगर परिषद, नारनौल।