वीसी में पेश नहीं हुआ निशू, प्रोडेक्शन वारंट जारी
कनीना सामूहिक दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपित निशू फौगाट की अड़चनें बढ़ गई है। अदालत ने आरोपित निशू फौगाट के खिलाफ प्रोडेक्शन वारंट जारी कर दिया है। अब आरोपित निशू फौगाट को अदालत के समक्ष पेश होना होगा। शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से आरोपितों की कोर्ट में पेशी हुई। मुख्य आरोपित निशू फौगाट को किसी दूसरे मामले में अन्य कोर्ट में पेश होना था। इसलिए वह वीसी में पेश नहीं हो सका। अदालत ने बाकायदा उसका प्रोडेक्शन वारंट जारी कर दिया। अब उसे अगली सुनवाई पर अदालत के समक्ष ही पेश होना होगा।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
कनीना सामूहिक दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपित निशू फौगाट की अड़चनें बढ़ गई है। अदालत ने आरोपित निशू फौगाट के खिलाफ प्रोडेक्शन वारंट जारी कर दिया है। अब आरोपित निशू फौगाट को अदालत के समक्ष पेश होना होगा। शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से आरोपितों की कोर्ट में पेशी हुई। मुख्य आरोपित निशू फौगाट को किसी दूसरे मामले में अन्य कोर्ट में पेश होना था। इसलिए वह वीसी में पेश नहीं हो सका। अदालत ने बाकायदा उसका प्रोडेक्शन वारंट जारी कर दिया। अब उसे अगली सुनवाई पर अदालत के समक्ष ही पेश होना होगा।
इस सुनवाई के लिए जिला कारागार नसीबपुर के वीसी हाल में आरोपितों को लाया गया। जहां पर आरोपी पंकज फौजी, डॉ. संजीव, दीनदयाल व मनीष को लाया गया। वीडियो कांफ्रेस के जरिए चारों ही आरोपितों को कनीना अदालत से लाइव किया गया। जहां पर न्यायधीश पीयुष शर्मा ने कोर्ट की प्रक्रिया अनुसार पेशी पूरी की। अदालत ने आरोपितों की अगली सुनावाई की तारीख 17 अक्टूबर दी जिसमें आरोपितों को पेश होना होगा।
दूसरी तरफ आरोपित निशू फौगाट रेवाड़ी अदालत में किसी अन्य मामले में अदालत में पेश होने के कारण वीसी के जरिए कनीना अदालत में पेश नहीं हो सका। अदालत ने निशू फौगाट के खिलाफ प्रोडेक्शन वारंट जारी कर दिया। अदालत ने आदेश दिए हैं कि 17 अक्टूबर को पंकज फौजी, दीनदयाल, मनीष व संजीव की पेशी वीसी के जरिए होगी। जबकि निशू फौगाट को अदालत की कार्रवाई के लिए कनीना अदालत में पेश होना होगा।
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क्या था मामला :
गत 12 सितंबर को रेवाड़ी जिला की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। पुलिस ने छात्रा की शिकायत पर मुख्य आरोपित पंकज फौजी, दीनदयाल, मनीष, निशू फौगाट, संजीव सहित आठ लोगों को काबू किया था। आरोपितों के अलग-अलग रिमांड लेने के बाद कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।