राष्ट्र को कमजोर करती है इतिहास से अनभिज्ञता
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर में मंगलवार को हेमचंद्र विक्रमादि
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर में मंगलवार को हेमचंद्र विक्रमादित्य पीठ की ओर से अंतिम ¨हदू सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य पर सेमिनार आयोजित किया गया। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने कहा कि इतिहास से अनभिज्ञता राष्ट्र को कमजोर करती है।
कुलपति ने वृंदावन शोध संस्थान व अन्य राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं के साथ मिलकर कुछ समय बाद विवि में राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करने की घोषणा की। उन्होंने हेमू की रेवाड़ी स्थित हवेली को राष्ट्रीय संग्रहालय बनवाने व उनकी पतिमा लगवाने की पैरवी भी की। प्रो. बंसल ने कहा कि सभी संबद्ध कालेजों को सम्राट हेमू के जीवन चरित्र व उपलब्धियों पर कार्यक्रम करने के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हेमचंद्र विक्रमादित्य पीठ के तत्वाधान में यह चौथा कार्यक्रम है। पीठ का उद्देश्य उनके जीवन तथा उपलब्धियों पर शोध करना है। उन्होंने डॉ. इंदु को पीठ के लिए आनरेरी शोधकर्ता नियुक्त करने की घोषणा की। कुलसचिव डॉ. मदनलाल ने हेमचंद्र की उपलब्धियों तथा बलिदानों का वर्णन करते हुए कहा कि वे महान व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने राष्ट्र का गौरव बढ़ाया। शेरशाह सूरी तथा हेमू के शासन की नीतियों को उन्होंने वाजपेयी व मोदी सरकार की बेहतर सड़क निर्माण नीति से भी जोड़ा।
डा. इंदु राव ने कहा कि हेमू एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचारधारा थे। उन्होंने हिन्दू धर्म की रक्षा व सम्मान के लिए जीवन न्यौछावर किया। अलवर के माचेड़ी गांव में जन्मे हेमू ने पहले रेवाड़ी को कर्मस्थली बनाकर शक्ति अर्जित की और बाद में अपनी वीरता व कौशल से दिल्ली का ताज हासिल किया। उन्होंने ¨हदू शक्तियों को एकजुट किया व गोरक्षा जैसे अहम फैसले लिए।
इतिहासकार पृथ्वी ¨सह नरुका ने कहा कि हेमू को व्यापार तथा युद्ध नीति में महारथ हासिल थी, लेकिन ऐसे महान योद्धा को इतिहास में अपेक्षित स्थान नहीं मिल पाया। उन्होंने हेमू के शेरशाह सूरी के साथ संबंधों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने हेमचंद्र विक्रमादित्य पर श्रृंखलाबद्ध स्टोरी प्रकाशित करने के लिए दैनिक जागरण प्रबंधन की तारीफ की। कुलपति प्रो. बंसल ने चीफ रिपोर्टर महेश कुमार वैद्य को श्रीफल व गीता भेंट की तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. मंजू परूथी, निदेशक युवा कल्याण डॉ. रोमिका बत्रा, हेमचंद्र विक्रमादित्य फाउण्डेशन से सुधीर भार्गव, डा. दीपक गुप्ता, डॉ. महाबीर बड़क, डॉ. आरके जांगड़ा व ईश्वर शर्मा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
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