पांच सौ मीटर के दायरे वाले स्कूल होंगे मर्ज
जिले के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में निरंतर बिगड़ती छात्र संख्या के चलते शिक्षा विभाग अब पांच सौ मीटर के दायरे में चलने वाले प्राइमरी स्कूलों को मर्ज करने की तैयारी में है। विभाग के इस फैसले से नांगल चौधरी खंड में 24 गांवों के प्राथमिक स्कूल मर्ज होंगे। इससे पूर्व भी विभाग एक ही कैंपस में चलने वाले 11 स्कूलों को मर्ज कर चुका है। चौबीस स्कूल और मर्ज होने से खंड में प्राइमरी स्कूलों की संख्या सैकड़े से गिरकर दहाई के अंक पर सिमट जाएगी।मर्ज होने वाले स्कूलों में ऐसे स्कूल भी हैं जो गांवों में लड़के व लड़कियों के लिए अलग-अलग चल रहे हैं।
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी:
जिले के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में निरंतर बिगड़ती छात्र संख्या के चलते शिक्षा विभाग अब पांच सौ मीटर के दायरे में चलने वाले प्राइमरी स्कूलों को मर्ज करने की तैयारी में है। विभाग के इस फैसले से नांगल चौधरी खंड में 24 गांवों के प्राथमिक स्कूल मर्ज होंगे। इससे पूर्व भी विभाग एक ही कैंपस में चलने वाले 11 स्कूलों को मर्ज कर चुका है। चौबीस स्कूल और मर्ज होने से खंड में प्राइमरी स्कूलों की संख्या सैकड़े से गिरकर दहाई के अंक पर सिमट जाएगी। मर्ज होने वाले स्कूलों में ऐसे स्कूल भी हैं जो गांवों में लड़के व लड़कियों के लिए अलग-अलग चल रहे हैं।
शिक्षा निदेशालय ने हाल ही में जिला शिक्षा अधिकारी व मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा। इस पत्र में जिले के सभी प्राइमरी स्कूलों की सूची भेजते हुए जानकारी मांगी गई थी कि इनमें कितने स्कूल ऐसे हैं जो पांच सौ मीटर के दायरे में संचालित हैं अर्थात जिन स्कूलों की दूरी पांच सौ मीटर से कम है। ऐसे स्कूलों की जानकारी कोड सहित तीस अगस्त तक मांगी गई थी। मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा निदेशालय को भेजी गई सूची में नांगल चौधरी के 24 गांवों के स्कूलों को शामिल किया गया है। विभागीय जानकारी के मुताबिक पहले प्राइमरी स्कूलों में 30 छात्र संख्या पर एक शिक्षक की नियुक्ति की जाती थी, लेकिन जेबीटी की नई ज्वाइ¨नग के बाद 25 छात्र संख्या पर एक शिक्षक की नियुक्ति की गई। कई स्कूल तो ऐसे भी हैं जिनमें छात्र संख्या बीस से भी कम है। इसके अलावा कुछ स्कूलों में तो छात्र संख्या कम और शिक्षकों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में शिक्षा विभाग 500 मीटर की दूरी वाले स्कूलों को मर्ज कर एक ही स्कूल संचालित करना चाहता है। विभाग के इस निर्णय से नांगल चौधरी में प्राइमरी स्कूलों की संख्या 114 से घटकर 79 रह जाएगी।
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ये स्कूल हैं मर्ज होने के कगार पर:
शिक्षा विभाग के इस आदेश के तहत जो प्राथमिक विद्यालय मर्ज होंगे उनमें अधिकांश ढाणियों में चल रहे हैं। कम दूरी होने के कारण इनमें विद्यार्थियों की संख्या तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं बढ़ पाई है। जो स्कूल मर्ज करने की तैयारी है उनमें नांगल चौधरी खंड का प्राइमरी स्कूल सेखा, सिलारपुर, कमानियां, ढाणी साधा, ढाणी भोजा पाछली, ढाणी जाजमा, थनवास, ढाणी प्रेमा, ढाणी सांगियान, ढाणी पोसवाल, नांगल नूनियां, ढाणी ¨जदड़, ढाणी बानियां वाली, ढाणी मामराज, ढाणी कुंभा, ढाणी ठाकरान, ढाणी बंधा वाली, ढाणी पोसवाल, ढाणी बांया वाली, ढाणी बंजड़, आतंरी, ढाणी बिसना, ढाणी भगता, सिरोही बहाली आदि स्कूल शामिल हैं।
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वर्जन-
जिन स्कूलों में छात्र संख्या काफी कम है उनको मर्ज करने का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव पूर्व में भी चंडीगढ़ मुख्यालय भेजा हुआ है। मुख्यालय को इस बारे में निर्णय करना है।
-मुकेश लावणिया, जिला शिक्षा अधिकारी, नारनौल।